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राम रहीम के बेटे जसमीत का उत्तराधिकारी बनने से इनकार, कहा- ‘सोच भी नहीं सकता’
राम रहीम सिंह हिंसा डेरे की दो साध्वियों से बलात्कार करने के आऱोप में बीस सालों की जेल काट रहा है. इसी साल 25 अगस्त को पंचकूला कोर्ट ने राम रहीम को ये सजा सुनाई थी.
सिरसा: बलात्कारी बाबा राम रहीम के बेटे जसमीत इंसा ने डेरे का उत्तराधिकारी बनने से इनकार कर दिया है. जसमीत ने कहा है कि वह गुरु की गद्दी के बारे में सोच भी नहीं सकता. बता दें कि राम रहीम के बेटे पर उसकी गद्दी संभालने की खबरों पर डेरा की तरफ से बयान जारी किया गया है.
बयान में राम रहीम के बेटे जसमीत इंसा ने कहा है कि गुरु की गद्दी लेने के बारे में मैं सोच भी नहीं सकता. फिलहाल डेरे में डेरा प्रबंधक कमेटी ही सब प्रबंध और सेवा कार्य देख रही है.
डेरा की तरफ से जारी बयान में जसमीत इंसा ने कहा है, ‘’मेरे पिता और पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां डेरा सच्चा सौदा के गद्दीनशीन हैं और वही रहेंगे. 25 अगस्त को जो दुखदायी घटना घटित हुई. उक्त घटनाक्रम से पीड़ित निर्दोष लोगों के साथ मेरी सहानुभूति है. इस पूरे घटनाक्रम से मेरे हद्य को बहुत ज्यादा कष्ट हुआ है, इससे अभी मैं उभर भी नहीं पाया.’’
उन्होंने आगे कहा है, ‘’इस कठिन घड़ी में भी समस्त साध-संगत डेरा सच्चा सौदा के साथ यहां न केवल चट्टान की तरह मजबूती से खड़ी है, वहीं मानवता भलाई के कार्यों को बदस्तूर जारी रखे हुए है. मेरे गुरू जी और पिता एकदम सच्चे व निर्दोष हैं, मुझे पूरी उम्मीद है कि जल्द ही माननीय उच्च न्यायालय से हमें इंसाफ मिलेगा और गुरू जी हमारे बीच होंगे.’’
आपको बता दें कि राम रहीम सिंह हिंसा डेरे की दो साध्वियों से बलात्कार करने के आऱोप में बीस सालों की जेल काट रहा है. इसी साल 25 अगस्त को पंचकूला कोर्ट ने राम रहीम को ये सजा सुनाई थी. इसके बाद हरियाणा समेत आसपास के कई राज्यों में हिंसा फैल गई थी. जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी.
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अभिषेक श्रीवास्तव, जर्नलिस्टस्वतंत्र पत्रकार
Opinion