वैक्सीनेशन को युद्धस्तर पर बढ़ाने की ज़रूरत, नियमों में रियायत हो तो 3 महीने में पूरी दिल्ली को लगा सकते हैं वैक्सीन: अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए मौजूदा नियमों में रियायत देने की अपील केंद्र सरकार से की. केजरीवाल ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अपील करना चाहता हूं कि अभी जो वैक्सीनेशन सेंटर की गाइडलाइन जारी की गई हैं, वह बहुत ज्यादा सख्त हैं. जिसकी वजह से सेंटर खोलने में काफी दिक्कत हो रही है.

नई दिल्लीः दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक आपात बैठक बुलाई. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के समेत स्वास्थ्य विभाग के सभी आला अधिकारी शामिल हुए. बैठक में कोरोना से निपटने के लिये नियमों और दिशा निर्देशों का पालन करने को लेकर सख्ती बढ़ाने को कहा गया साथ ही वैक्सीनेशन अभियान को युद्धस्तर पर चलाने की भी चर्चा हुई. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर केंद्र सरकार वैक्सीनेशन को डीसेंट्रलाइज्ड कर दे और नियमों में रियायत दी जाये तो हम 3 महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगा सकते हैं.
मीटिंग के बाद अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना के मामलों में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है. जो पहले सर्ज आया था जून, सितंबर और फिर नवंबर में उस तरह से नहीं है. लेकिन पिछले कुछ हफ्तों के अंदर एक समय ऐसा था जब सौ सवा सौ के करीब केस रोजाना आ रहे थे. लेकिन पिछले 3 दिन में बढ़ोत्तरी थोड़ी ज्यादा देखने को मिली है और कल 500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. उस को ध्यान में रखते हुए आज हमने एक मीटिंग की है. मैं सबसे पहले यह समझाना चाहता हूं कि बढ़ोत्तरी है लेकिन मामूली बढ़ोत्तरी है. पहले जब केस बढ़े थे तब 6-7 हजार के करीब के थे अभी 500 के करीब हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है हम बारीकी से पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं जो भी करने की जरूरत है वह सभी कदम उठा रहे हैं.
ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और आईसोलेशन को सख्ती से लागू किया जायेगा
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली के अपने जो एक्सपर्ट हैं उनकी राय ली जा रही है और केंद्र सरकार के जो एक्सपर्ट्स हैं हम उनसे भी लगातार संपर्क में हैं. जो वह बता रहे हैं वह सभी कदम उठाए जा रहे हैं. क्योंकि पिछले कुछ हफ्तों में केस कम हो गए थे तो थोड़ी बहुत ढिलाई सिस्टम में आ गई थी. लेकिन अब सख्त आदेश जारी कर दिए गए हैं कि ट्रेसिंग, ट्रैकिंग और आइसोलेशन का जो सिस्टम है उसको पूरी सख्ती के साथ लागू करना है. सभी अलार्म्स को सख्ती से लागू करना है और इंफोर्समेंट बहुत सख्त करना है. मास्क पहनना सोशल डिस्टेंसिंग यह सब सख्ती के साथ लागू करना है.
वैक्सीन लगवाने से डरें नहीं
वैक्सीन को कोरोना के खिलाफ सबसे अहम हथियार बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि जनवरी के महीने से देश भर में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम शुरू हो गया था. वैक्सीन लगाने के बाद बहुत ज्यादा चांस होते हैं कि व्यक्ति को दोबारा कोरोना न हो. वैक्सीन एक तरह से कोरोना से बचने का सबसे प्रभावी तरीका आज के दिन में है. एक तरफ वैक्सीन आ गई है और दूसरी तरफ अगर कोरोना बढ़े तो यह सही नहीं है. दिल्ली में लगभग 30 से 40 हज़ार लोगों को वैक्सीन रोजाना लगाई जा रही है. इसमें दो चीजें हैं एक हमारे सिस्टम के अंदर जो कमियां हैं उनको दूर किया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके. दूसरी तरफ जो लोग अभी भी वैक्सीन लगवाने में हिचकिचा रहे हैं उनको मैं अपील करना चाहता हूं कि हिचकिचाने की जरूरत नहीं है मैंने भी वैक्सीन लगवाई है मेरे माता-पिता ने भी लगवाई है किसी को कोई दिक्कत नहीं है सब सुरक्षित हैं.
रोज़ाना सवा लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
दिल्ली में वैक्सीनेशन की गति बढ़ाने का ज़िक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा कि अभी दिल्ली में 30 से 40 हज़ार लोगों को रोजाना वैक्सीन लग रही है. अब इसको बढ़ाकर हम सवा लाख प्रतिदिन वैक्सीन लगाया करेंगे. अगले कुछ दिनों के अंदर हम अपनी क्षमता भी बढ़ा रहे हैं. जिन सेंटर्स पर अभी वैक्सीन लगाई जा रही है उनकी संख्या प्राइवेट और सरकारी सेंटर मिलाकर करीब 500 है. अब हम इसको 500 से बढ़ाकर 1000 सेंटर तक लेकर जाएंगे. जिन सेंटर्स पर अभी वैक्सीन लगाई जा रही है, खासकर सरकारी सेंटर पर वहां पर सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक वैक्सीन लग रही है. अब वहां सुबह 9:00 बजे से रात को 9:00 बजे तक समय बढ़ाया जा रहा है ताकि ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा सके.
वैक्सीनेशन सेंटर को लेकर नियमों में रियायत की अपील
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब हमें 2 महीने का अनुभव हो चुका है वैक्सीन लगाने का इसके आधार पर हम केंद्र सरकार को चिट्ठी भी लिख रहे हैं कि अपने कुछ पैरामीटर को रियायत दे दें ताकि और ज़्यादा सेंटर पर वैक्सीन लगाई जा सके. हम सारी हिदायतें बरतेंगे किसी के ऊपर किसी तरह की आंच नहीं आने देंगे. लेकिन शुरुआत में वैक्सीनेशन को लेकर जो सावधानी ली गई थी उसमें अगर थोड़ी ढील कर दी जाए तो नए सेंटर खोलने में काफी मदद मिलेगी. कुछ सेंटर से ऐसे भी हैं जो कि 24 घंटे चल रहे हैं, ऐसे और भी सेंटर्स बनाएंगे जो 24 घंटे चलें.
वैक्सीन के कौन पात्र नहीं, उसकी लिस्ट बनाई जाए
वैक्सीन के लाभार्थियों के लिये योग्यता का जो पैमाना है उसमें भी रियायत की बात मुख्यमंत्री ने की. केजरीवाल ने कहा कि मैं केंद्र सरकार से अपील करना चाहता हूं कि यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण होगा कि एक तरफ हमारे देश ने वैक्सीन बढ़ाने बनाने में लीड ली है और वहीं दूसरी तरफ कि देश के अंदर अगर कोरोना के केस बढ़ गए तो यह बात तालमेल नहीं खाती. अभी जो निर्देश दिए गये हैं कि सिर्फ 60 साल से ऊपर वाले या 45 साल से ऊपर वाले को-मॉर्बिड लोग हीवैक्सीन लगवा सकते हैं. मेरा निवेदन है कि अब वैक्सीन का उत्पादन देश में काफी बढ़ गया है इसलिये वैक्सीन सभी के लिए खोल दी जानी चाहिए. अभी तक हम यह लिस्ट जारी कर रहे हैं कि कौन वैक्सीन लगवाने का पात्र है, उसकी बजाय हमें लिस्ट बनानी चाहिए कि कौन वैक्सीन लगवाने के लिए पात्र नहीं है. अगर कोई 18 साल से कम उम्र का है या कोई खास मेडिकल कंडीशन वाले लोग हैं जिनको वैक्सीन नहीं लगानी चाहिए, उनको छोड़कर बाकी सब के लिए वैक्सीन खोल देनी चाहिए. वैक्सीन को वॉक-इन कर देना चाहिए. अगर केंद्र सरकार वैक्सीन सबको लगवाने की अनुमति दे देती है और हमें पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिल जाती है तो हम 3 महीने के अंदर पूरी दिल्ली को वैक्सीन लगा सकते हैं. इसको डिसेंट्रलाइज करके राज्य सरकारों को युद्धस्तर पर वैक्सीन लगवाने की इजाजत दी जाए.
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Source: IOCL





















