अमित शाह की शह पर जज लोया के बेटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस का सच
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि जज लोया के बेटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की शह पर हुई है.

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर हर रोज कई फोटो, वीडियो और मैसेज वायरल होते हैं. वायरल हो रहे इन फोटो, वीडियो और मैसेज के जरिए कई चौंकाने वाले दावे भी किए जाते हैं. ऐसा ही दावा सोशल मीडिया पर सनसनी मचा रहा है.
क्या दावा कर रहा है सोशल मीडिया? शुक्रवार दोपहर सवा बारह बजे देश की सबसे बड़ी अदालत के चार जज जब प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए थे तो हड़कंप मच गया था. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान न्यायाधीशों से एक सवाल पूछा गया कि क्या आपके इस फैसले के पीछे जज लोया की संदिग्ध मौत की जांच का मुकदमा है, इस पर जवाब हां में मिला था.
रविवार शाम 6 बजे जज लोया के बेटे अनुज लोया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. अनुज लोया देश को बताने आए थे कि उन्हें अपने पिता की मौत को लेकर किसी पर कोई संदेह नहीं है. इसी बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि जज लोया के बेटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की शह पर हुई है.
इन लोगों का दावा- अमित शाह की शह पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस कांग्रेस नेता शकील अहमद ने ट्विटर पर लिखा, ''इस बात से हैरान हूं कि कुछ टीवी चैनलों ने जज लोया के बेटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस का वो हिस्सा डिलीट नहीं किया जहां पत्रकारों को ये बताया जा रहा था कि प्रेस कॉन्फ्रेंस अमित शाह की मदद से हुई है.'' वहीं एक और कांग्रेस नेता गौरव पाढ़ी ने ट्वीट किया, ''लोया के पूर्व सहयोगी ने भूल से ये बता बैठे कि प्रेस कॉन्फ्रेंस अमित शाह ने करवाई है. गौरव ने बाकायदा समय के साथ ये बताया है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये गलती हुई कहां."
एबीपी न्यूज़ ने की पड़ताल ? सोशल मीडिया पर दावा आने के बाद एबीपी न्यूज़ ने इसकी पड़ताल की. शुरू से लेकर आखिर तक सवा 11 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस को बेहद बारीकी से खंगाला प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने के करीब 4 मिनट 46 सेकेंड बाद हमें एक बयान मिला. ये रिटायर्ड जज और लोया परिवार के पारिवारिक मित्र कटके का बयान है.
नौ सेकेंड के इस बयान में वो कहते हैं, ''हम यहां आए और हमने अमित सर से बात की. अमित सर की मदद से ही प्रेस कॉन्फ्रेंस की.''
एबीपी न्यूज़ ने जज लोया के बेटे और परिवार के करीबी केबी कटके से बात करने की कोशिश की. इन दोनों के अलावा प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमित बी नाइक नाम के एक वकील भी बैठे थे. एबीपी न्यूज़ ने अमित बी नाइक से संपर्क किया. वकील अमित नाइक ने बताया कि लोया परिवार के करीबी केबी कटके उन्हें ही अमित सर कहकर बुला रहे थे.
अमित नाईक ने अनुज लोया की मदद कैसे की? अनुज लोया ने पूरे मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का मन बनाया और लोया परिवार के करीबी केबी कटके को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए कहा. केबी कटके पेशे से वकील अमित नाइक को जानते थे. केबी कटके ने अमित नाइक से प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मदद मांगी. उनके कहने पर अमित नाइक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए मीडिया को बुलाया. केबी कटके प्रेस कॉन्फ्रेंस होने का श्रेय अमित सर यानी वकील अमित नाईक को दे रहे थे.
इसलिए हमारी पड़ताल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की शह पर जज लोया के बेटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस का दावा झूठा साबित हुआ है.
आखिर जस्टिस लोया और अमित शाह का क्या कनेक्शन है? मुंबई में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज बृजगोपाल लोया मौत के वक्त गुजरात के हाईप्रोफाइल सोहराबुद्दीन केस की सुनवाई कर थे. 2005 में हुई मुठभेड़ में सोहराबुद्दीन शेख मारा गया था. आरोपियों में गुजरात के तत्कालीन गृह राज्य मंत्री अमित शाह भी थे.
सीबीआई ने मामले में अमित शाह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और गिरफ्तारी भी हुई, बाद में गुजरात हाईकोर्ट ने अमित शाह को जमानत दे दी. 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने केस को गुजरात से महाराष्ट्र ट्रांसफर कर दिया और ये आदेश दिया कि मामले की सुनवाई शुरू से आखिर तक एक ही जज को करनी चाहिए.
जज लोया की मौत के बाद 30 दिसंबर 2014 को सीबीआई की विशेष अदालत के अगले जज ने सोहराबुद्दान एनकाउंटर मामले में फैसला सुनाया. इस फैसले में अमित शाह को पूरी तरह बरी कर दिया. जज लोया की मौत को संदिग्ध मानने की एक बड़ी वजह ये फैसला भी है.
Source: IOCL






















