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एएन-32 एयरक्राफ्ट दो दिन बाद भी लापता, कांग्रेस ने सरकार से पूछे ये तीन सवाल
विमान को अरुणाचल प्रदेश के में चुका एडवांस लैंडिंग ग्राउंड पर पहुंचना था. विमान की खोज के लिए वायुसेना ने सुखोई-30 और C-130 स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट को लगाया है.
नई दिल्ली: कांग्रेस ने असम के जोरहाट से उड़ान भरने के बाद अरुणाचल प्रदेश में लापता हुए एएन-32 विमान पर सवार भारतीय वायु सेना के कर्मियों की सुरक्षा और कुशल क्षेम पर बुधवार को चिंता जताई और सरकार से सवाल किया कि उसने पुराने एएन-32 बेडे को बदलने के लिए संसाधनों को आवंटित क्यों नहीं किया. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि रक्षा मंत्री को जवाब देना चाहिए कि जब भारतीय वायु सेना ने अंडमान और निकोबार द्वीप के रास्ते में एएन-32 विमान को खो दिया था तो इसके बाद कदम क्यों नहीं उठाए गए. इस विमान का पता नहीं चला था.
सुरजेवाला ने टि्वटर पर कहा, ‘‘लापता विमान एएन-32 के क्रू सदस्यों और भारतीय वायु सेना के कर्मियों की सुरक्षा तथा कुशल क्षेम के लिए प्रार्थना. यह जानकार दुख हुआ कि एएन-32 के पास एसओएस सिग्नल यूनिट थी जो पुरानी हो गई है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को बताना चाहिए कि भारत और यूक्रेन के 2009 के समझौते के बावजूद एएन-32 का आधुनिकीकरण क्यों पूरा नहीं किया गया.’’ उन्होंने कहा कि सरकार और रक्षा मंत्रालय को यह भी जवाब देना चाहिए, ‘‘आखिर इतने खतरनाक और अनिश्चितता भरे मार्ग पर एएन-32 जैसे विमान को क्यों भेजा गया, जब हमारे पास बेहतर विकल्प मौजूद थे. इसके अलावा सरकार ने एएन-32 विमानों के बेड़े को बदलने के लिए आज तक रक्षा बजट में कोई प्रावधान क्यों नहीं किया?’’ अरुणाचल प्रदेश के मेनचुका में घने जंगल में एएन-32 के लापता होने के दो दिन बाद व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है. तलाश अभियान में विमानों, हेलीकॉप्टरों और जवानों का बड़ा दल शामिल हैं और उपग्रह से तस्वीरें लेने का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.म
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रंगनाथ सिंहवरिष्ठ पत्रकार
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