इन आंखों के सामने से गुजरे जंग के कई दौर, 100 साल के हुए कर्नल पृथीपाल सिंह गिल
कर्नल (रिटा.) पृथीपाल सिंह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि वे अपने परिवार से बिना पूछे ही अंग्रेजी हुकूमत में रॉयल इंडियन एयरफोर्स में भर्ती हो गए थे. इसके बाद उन्हें कराची में पायलट अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया था.

रिटायर्ट कर्नल पृथीपाल सिंह उम्र की दहलीज पर आज 100 साल के हो गए. इनकी आंखों के सामने से दूसरे विश्वयुद्ध से लेकर 1965 की भारत-पाकिस्तान की लड़ाई तक, कई जंग के दौर गुजरे हैं. वह एक मात्र ऐसे अधिकारी रहे हैं जिन्होंने भारतीय सेना के तीनों अंगों- थलसेना, जलसेना और वायुसेना में अपनी सेवाएं दी हैं.
कर्नल (रिटा.) पृथीपाल सिंह के बारे में ऐसा कहा जाता है कि वे अपने परिवार से बिना पूछे ही अंग्रेजी हुकूमत में रॉयल इंडियन एयरफोर्स में भर्ती हो गए थे. इसके बाद उन्हें कराची में पायलट अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया गया था.
Col Prithipal Singh Gill (retd.), the only officer to serve in Indian Air Force, Indian Navy, and Indian Army (Artillery), turns 100. He served during World War-II and the 1965 India-Pakistan War
(Photo source: Indian Army) pic.twitter.com/PxlFa8udlP — ANI (@ANI) December 11, 2020
लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल से गिल के बारे में यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि वह हॉवर्ड एयरक्राफ्ट को उड़ाया करते थे. इसके बाद कर्नल गिल का भारतीय नौसेना में ट्रांसफर कर दिया गया. भारतीय नौसेना में रहते हुए कर्नल गिल ने स्वीपिंग शिप और आईएनएस तीर पर अपनी सेवाएं दीं.
दूसरे विश्व युद्ध के दौरान उन्हें मालवाहक पोतों की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया. उनके के सौ साल पूरे होने के खास मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया में उनकी जवानी की एक फोटो और मौजूदा समय की एक फोटो केजे सिंह ने शेयर की है.
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Source: IOCL























