नाम और जन्म की राशि से जानें अपने इष्ट देव के बारे में, सिंह राशि वाले करें गणेश जी की पूजा
इष्ट देव के बारे में जानकारी न होने पर कभी कभी व्यक्ति को पूजा का पूरा लाभ नहीं मिल पता है. इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को जल्द लाभ मिलने की संभावना बढ़ जाती है.

Jyotish: इष्ट देव कौन हैं. इस बारे में लोगों में कई भ्रांतियां रहती हैं. पूर्व जन्म में किए गए कार्यों के आधार पर इष्ट देवता का निर्धारण होता है. इष्ट देव की पूजा करने से व्यक्ति को अच्छे फल प्राप्त होते हैं. इष्ट देव का अर्थ होता है अपनी पसंद के देवता. जन्म कुंडली और नाम की राशि से भी व्यक्ति के इष्ट देव का पता लगाया जाता है.
जन्म कुंडली में जिस भाव में चंद्रमा होता है व्यक्ति की वही राशि होती है. राशि के अनुसार व्यक्ति के इष्ट देव का पता लगाया जा सकता है. इसी प्रकार जिन लोगों की जन्म कुंडली नहीं है वे भी अपनी राशि के अनुसार अपने इष्ट देव के बारे में जान सकते हैं.
मेष: सूर्य देव वृष: भगवान विष्णु मिथुन: मां लक्ष्मी कर्क: हनुमान जी सिंह: भगवान गणेश कन्या: मां काली तुला: कालभैरव और शनि देव वृश्चिक: भगवान कार्तिकेय धनु: हनुमान मकर: दुर्गा जी कुम्भ: भगवान विष्णु या मां सरस्वती मीन: भगवान शिव जी
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इष्ट देव का निर्धारण कुंडली के पंचम से किया जाना चाहिए. जन्म कुंडली का पंचम भाव पूर्व जन्म, कर्म, ज्ञान, बुद्धि और शिक्षा से जुड़ा होता है. इसीलिए इष्ट देव निर्धारण करते समय इस भाव को देखा जाता है. लेकिन पंचम भाव के साथ-साथ नवम भाव को भी देखा जाना चाहिए. क्योंकि इसका भी संबंध धर्म और उपासना से है.
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