भारत, चीन, इटली, ईरान, अमेरिका, जानिए-कैसे कोरोना ने बदला दुनिया में अंतिम संस्कार का तरीका?
कोरोना वायरस की वजह से दुनिया में अब तक 47 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई है. इतनी बड़ी संख्या में मौतों के बाद अलग-अलग देशों ने अंतिम संस्कार के लिए भी कुछ नियम बना दिए हैं और कड़ाई से उनका पालन करवाया जा रहा है.

दुनिया के किसी भी कोने में अगर किसी की भी मौत होती है, तो उसके अंतिम संस्कार का एक तरीका होता है. अंतिम संस्कार का वो तरीका मरने वाले के मजहब, उसके देश, उसके क्षेत्र और उस आदमी की कुछ परंपराओं पर निर्भर करता है. लेकिन अब कोरोना की वजह से सबकुछ बदल गया है. पूरी दुनिया में 47,000 मौतों के बाद अब कोरोना की वजह से मरे हुए लोगों के अंतिम संस्कार के लिए अलग-अलग देश अलग-अलग कानून बना चुके हैं और उनका सख्ती से पालन करवा रहे हैं.
1. भारत भारत में भी कोरोना की वजह से मरने वालों की संख्या 50 पार कर गई है. ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से कोरोना से मरे हुए लोगों के अंतिम संस्कार के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. सरकार की ओर से कहा गया है कि मरने वाले की धार्मिक आस्थाओं के हिसाब से ही अंतिम संस्कार किया जाएगा, लेकिन डेड बॉडी से किसी और को संक्रमण न फैले, इसका खास खयाल रखना होगा. अगर घर का कोई सदस्य डेड बॉडी देखना चाहता है, तो उसे पूरे एहतियात के साथ डेड बॉडी दिखाई जाएगी, लेकिन उसके तुरंत बाद बॉडी को लिकेज प्रूफ प्लास्टिक बैग में डाल दिया जाएगा. इस दौरान सरकार की ओर से कहा गया है कि जितना संभव हो सके, बॉडी का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाना चाहिए. ज्यादा ज़रूरी हो, तभी डेड बॉडी का पोस्टमॉर्टम होगा और इसके लिए भी सारे एहतियात बरते जाएंगे.
2. इटली कोरोना से पहले इटली में आम तौर पर मरने वाले को उसके पसंदीदा कपड़े पहनाए जाते थे, उसे सजाया जाता था और फिर उसे दफनाया जाता था. लेकिन अब कोरोना की वजह से मरने वाले लोगों को अस्पताल के कपड़ों में ही तुरंत दफ्न कर दिया जाता है. हालांकि अगर मरीज के घर वाले नए कपड़े लाते हैं, तो उसे अस्पताल के गाउन के ऊपर ही रख दिया जा रहा है और फिर बॉडी को दफ्न कर दिया जा रहा है. मरने वाले आदमी की वजह से किसी और को इन्फेक्शन न फैले, इसके लिए घरवालों को भी डेड बॉडी से दूर रखा जा रहा है.
3.चीन कोरोना की शुरुआत चीन से मानी जा रही है, इसलिए अंतिम संस्कार के तरीके में बदलाव भी सबसे पहले चीन ने ही किया था. चीन में अंतिम संस्कार दफनाकर और जलाकर दोनों ही तरीकों से होता है. लेकिन कोरोना के बाद से चीन में कोरोना की वजह से मरे लोगों का अंतिम संस्कार जलाकर ही करने के आदेश जारी किए गए हैं. इसके अलावा शवों के अंतिम दर्शन पर रोक लगा दी गई है. शवों को बिजली से चलने वाले शवदाह गृहों में ही जलाया जा रहा है. डेड बॉडी के अस्पताल से निकलने से लेकर शवदाह गृह तक पहुंचने के लिए भी रूट तय कर दिए गए हैं और उन रास्तों को खाली करवा दिया गया है.
4.अमेरिका अमेरिका में भी अंतिम संस्कार बेहद धूमधाम से किया जाता रहा है. सैकड़ों लोग अंतिम संस्कार में जुटते रहे हैं. लोग डेड बॉडी पर फूल चढ़ाते हैं, प्रार्थना करते हैं और तब पादरी उन शवों का अंतिम संस्कार करता है और उन्हें दफनाया जाता है. लेकिन कोरोना की वजह से अब अमेरिका में लोगों के जुटने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसकी मौत हुई है, उसके घर वाले मौजूद होते हैं और अंतिम संस्कार का पूरा कार्यक्रम किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है.
5. स्पेन स्पेन ने तो अंतिम संस्कार पर रोक ही लगा दी है. स्पेन के गृह मंत्रालय की ओर से आदेश जारी किया गया है कि अंतिम संस्कार की कोई रस्म नहीं होगी और डेड बॉडी को सीधे दफना दिया जाएगा. डेड बॉडी के साथ भी तीन लोग से ज्यादा नहीं रह सकते हैं.
6. आयरलैंड आयरलैंड में अंतिम संस्कार में पहुंचे लोग डेड बॉडी को छूते हैं, चूमते हैं, गले लगाते हैं और फिर बॉडी दफना दी जाती है. लेकिन अब इसपर रोक लग गई है. अब कोई डेड बॉडी को देख भी नहीं सकता है. डेड बॉडी सिर्फ अस्पताल के बॉडी बैग में ही रखी जा रही है और फिर उसे दफ्न कर दिया जा रहा है.
7. ईरान ईरान में किसी के अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग जुटते रहे हैं. मरने वालों का जनाजा निकाला जाता है और फिर बॉडी को सुपुर्द-ए-खाक किया जाता है. इसके बाद कब्र पर पत्थर लगाकर मरने वाले का नाम, जन्म और मृत्यु की तारीख लिखी जाती है. लेकिन कोरोना की वजह से अंतिम संस्कार में किसी के भी आने की मनाही कर दी गई है. अब कोरोना से मौत हो या किसी और वजह से, अस्पताल की गाड़ी आएगी और डेड बॉडी को सीधे कब्रिस्तान में ले जाकर दफ्न कर देगी. पत्थर भी नहीं लगाए जाएंगे.
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