एक्सप्लोरर

हर बात पर शक, अजीब आवाजें और साजिश का डर... ऐसा है तो आप हैं सीज़ोफ्रेनिया के शिकार, जानें लक्षण और क्या है इलाज

किसी भी तरह की मानसिक बीमारियों का होना वास्तव में हमारे सामान्य जीवन के लिए घातक हो सकता है. यदि समय पर किसी मनोरोग विशेषज्ञ को नहीं दिखाया जाता है तो यह जीवनभर के लिए बड़ी समस्या बन सकती है. इन्हीं में से एक मनोरोग सिज़ोफ्रेनिया के बारे में जानकारी दे रहे हैं कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल, इंदौर के डॉ. वैभव चतुर्वेदी, कन्सल्टेन्ट, साइकेट्रिस्ट- 

क्या है सीज़ोफ्रेनिया रोग

सिज़ोफ्रेनिया एक ऐसा मनोरोग है जिससे पीड़ित व्यक्ति की सोच, समझ और व्यवहार में कई तरह के परिवर्तन दिखने लगते हैं. सिज़ोफ्रेनिया का रोगी बिना किसी वजह, हर बात पर किसी भी व्यक्ति पर शक करता है. अपनी दुनिया में खोया रहता है और कई बार उसे ऐसी आवाजें सुनाई देती हैं, जो वास्तव में होती ही नहीं हैं. इसके अतिरिक्त उसे हमेशा यही लगता है कि उसके खिलाफ कोई साजिश कर रहा है या उसके साथ कोई गलत कर रहा है. इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को दूसरों की अच्छी बात या सलाह झूठ ही लगती है और वो हमेशा एक ही बात मानकर चलता है. रोगी यह मानने के लिए भी तैयार नहीं होता है कि उसे कोई मानसिक बीमारी है. यहां तक कि मरीज को ऐसा लगता है जैसे कोई बाहरी शक्ति उस पर नियंत्रण कर रही है, लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता है.

इन लक्षणों को न करें नज़रअंदाज़

सीज़ोफ्रेनिया रोग में कई तरह के लक्षण नज़र आ सकते हैं, जिसमें अकेले में रहना पसंद करना, अपने आप से बातें करना, लोगों से दूरी बनाकर रहना और लोगों के बीच रहकर कार्यक्षमता खो देना, थोडी-थोडी देर में मूड बदलना, डिप्रेशन के लक्षण दिखना, शरीरिक रुप से सुस्त रहना, भ्रम की स्थिति में रहना और अजीब चीजें महसूस करना और अजीब आवाज़ें सुनाई देना, साफ-सफाई का ध्यान न रखना आदि सभी शामिल हैं. यह भी देखा गया है कि सिज़ोफ्रेनिया के अधिकांश मरीज स्मोक करते हैं जो कि उनके लिए अधिक घातक हो सकता है. यदि किसी व्यक्ति में इनमें से कोई भी लक्षण नज़र आते हैं तो तुरंत ही ऐसे अस्पताल को चुनें, जहां डॉक्टरों की 24 घंटे उपलब्धता की सुविधा दी गई हो जिससे विशेषज्ञों की निगरानी में सफल इलाज मिल सके.

सीज़ोफ्रेनिया के कारण

सिज़ोफ्रेनिया बीमारी के कई कारण हो सकते हैं जिसमें एक डोपामिन हाइपोथिसिस में देखा गया है कि ऐसे मनोरोगी के दिमाग में डोपामिन नामक पदार्थ ज्यादा रिसता है इस वजह से इन्हें यह सारे लक्षण दिखाई देते हैं. इसके अन्य कारणों में किसी व्यक्ति की फैमिली हिस्ट्री में आनुवांशिक रुप से यह रोग हुआ हो तो संभवत: उसे यह रोग होने की आशंका हो सकती है.  

समय पर दिखाने पर मिलेगा सही इलाज

डॉक्टर का मानना है कि सिज़ोफ्रेनिया की बीमारी पूरी तरह से ठीक नहीं की जा सकती है, लेकिन समय पर लक्षणों की पहचान होने पर दवाओं और थेरेपी से इसे नियंत्रित अवश्य किया जा सकता है. भारत में इलेक्ट्रो कन्वर्सिव थेरेपी (ECT) जैसी तकनीक के द्वारा अधिकतर रोगियों का उपचार किया जाता है. वहीं कम लक्षणों वाले रोगियों को सही दवा देकर नियंत्रित किया जा सकता है.

[ये आर्टिकल निजी विचारों पर आधारित है.]

View More

ओपिनियन

Sponsored Links by Taboola
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h

टॉप हेडलाइंस

SIR ड्राफ्ट: पश्चिम बंगाल नहीं तमिलनाडु और गुजरात में हटे सबसे अधिक वोट, पढ़ें आंकड़े
SIR ड्राफ्ट: पश्चिम बंगाल नहीं तमिलनाडु और गुजरात में हटे सबसे अधिक वोट, पढ़ें आंकड़े
जयपुर में अब ड्रोन से अस्पताल पहुंचाए जा सकेंगे मानव अंग, देश में पहली बार होगा ऐसा
जयपुर में अब ड्रोन से अस्पताल पहुंचाए जा सकेंगे मानव अंग, देश में पहली बार होगा ऐसा
प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस पर भी चढ़ा 'धुरंधर' का रंग, ‘शरारत’ पर भाइयों संग मचाया हंगामा
प्रियंका के पति निक जोनस पर भी चढ़ा 'धुरंधर' का रंग, ‘शरारत’ पर भाइयों संग मचाया हंगामा
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
ABP Premium

वीडियोज

Yuvraj Singh समेत कई दिग्गजों पर ED का एक्शन, करोड़ों की संपत्ति जब्त !
हिजाब जरूरी या मजहबी मजबूरी?
बुर्का कांड की टीस, माफी मांगेंगे नीतीश?
Jeffrey Epstein की फाइल आई बाहर, Bill Gates के साथ लड़की कौन... कई लड़कियों की आपत्तिजनक तस्वीर
Bahraich Police Gaurd of Honour Row: कथावाचक को 'गार्ड ऑफ ऑनर' परयूपी में बवाल, DGP ने 'नाप' दिया..!

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
SIR ड्राफ्ट: पश्चिम बंगाल नहीं तमिलनाडु और गुजरात में हटे सबसे अधिक वोट, पढ़ें आंकड़े
SIR ड्राफ्ट: पश्चिम बंगाल नहीं तमिलनाडु और गुजरात में हटे सबसे अधिक वोट, पढ़ें आंकड़े
जयपुर में अब ड्रोन से अस्पताल पहुंचाए जा सकेंगे मानव अंग, देश में पहली बार होगा ऐसा
जयपुर में अब ड्रोन से अस्पताल पहुंचाए जा सकेंगे मानव अंग, देश में पहली बार होगा ऐसा
प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस पर भी चढ़ा 'धुरंधर' का रंग, ‘शरारत’ पर भाइयों संग मचाया हंगामा
प्रियंका के पति निक जोनस पर भी चढ़ा 'धुरंधर' का रंग, ‘शरारत’ पर भाइयों संग मचाया हंगामा
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
सूर्यकुमार यादव के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही दक्षिण अफ्रीका टी20 सीरीज, आंकड़े देख सिर पकड़ लेंगे आप
ओमान में पीएम मोदी का वेलकम देखकर हिल गया मुस्लिम वर्ल्ड? पाक एक्सपर्ट चिढ़कर बोले- भारत को इतनी तवज्जो और पाकिस्तान...
ओमान में पीएम मोदी का वेलकम देखकर हिल गया मुस्लिम वर्ल्ड? पाक एक्सपर्ट चिढ़कर बोले- भारत को इतनी तवज्जो और पाकिस्तान...
चलती ट्रेन में कैसे बुला सकते हैं मदद, नोट कर लें ये नंबर
चलती ट्रेन में कैसे बुला सकते हैं मदद, नोट कर लें ये नंबर
Pakistani Beggars: पाकिस्तान के कितने भिखारी विदेश में मांगते हैं भीख, आंकड़े देख चौंक जाएंगे आप
पाकिस्तान के कितने भिखारी विदेश में मांगते हैं भीख, आंकड़े देख चौंक जाएंगे आप
स्टेशन मास्टर को अभी कितनी मिलती है सैलरी, 8वें वेतन आयोग के बाद इसमें कितना होगा इजाफा?
स्टेशन मास्टर को अभी कितनी मिलती है सैलरी, 8वें वेतन आयोग के बाद इसमें कितना होगा इजाफा?
Embed widget