![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Opinion: अखिलेश यादव के किस बात पर मायावती को मिर्ची लगी ?
![Opinion: अखिलेश यादव के किस बात पर मायावती को मिर्ची लगी ? Opinion Mayawati is angry on what about Akhilesh Yadav Opinion: अखिलेश यादव के किस बात पर मायावती को मिर्ची लगी ?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/06/15/bc0e9fcbe9c0cf90983fc5ba6230a782_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नई दिल्लीः मायावती को मिर्ची लग गई है. उनका दावा है कि वे दूसरी पार्टी के सही लोगों को बीएसपी में लेकर आती है. वो भी पूरी जांच पड़ताल करने के बाद. जबकि अखिलेश यादव तो बीएसपी के बेकार नेताओं को समाजवादी पार्टी में ले रहे हैं. बीएसपी के सात निलंबित विधायक हाथी छोड़ कर साइकिल की सवारी को बेताब हैं.
बहन जी मतलब बीएसपी सुप्रीमो मायावती ग़ुस्से में हैं. उन्हें ग़ुस्सा आया है अखिलेश यादव की कुछ तस्वीरें देख कर. ये तस्वीरें वैसी हैं जिनमें वे बीएसपी के नेताओं के साथ हैं. हाल के दिनों में मायावती की पार्टी के कुछ नेता और विधायक या तो समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं या फिर पाला बदलने की तैयारी में हैं.
बहन जी सबसे अधिक नाराज़ उस फ़ोटो को देख कर हैं जिसमें अखिलेश के साथ खड़े हैं बीएसपी नेता अमरपाल शर्मा और उनके समर्थक. अमरपाल मायावती की पार्टी से विधायक रहे हैं. ग़ाज़ियाबाद से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं.
इनके पार्टी छोड़ने पर मायावती ने ट्वीट कर अखिलेश यादव का मज़ाक़ उड़ाया. उन्होंने लिखा कि प्रभावहीन हो चुके पूर्व विधायकों और छोटे छोटे कार्यकर्ताओं को उन्हें पार्टी में शामिल कराना पड़ रहा है. बीएसपी सुप्रीमो का दावा है कि अखिलेश के लोगों की जांच कराने के बाद ही वे पार्टी में शामिल करवाते हैं. ये काम वे नहीं बल्कि बीएसपी के नेता करते हैं.
यूपी में चुनाव अब आठ महीने दूर है. हर चुनाव से पहले नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आना जाना लगा रहता है. तो फिर मायावती आख़िर अखिलेश यादव से इतनी नाराज़ क्यों हैं. उसके पीछे वजह है मायावती इस बार जो जिताऊ फ़ार्मूला लेकर आई हैं. अखिलेश यादव उसे बिगाड़ने में लगे हैं.
मायावती अगला चुनाव ब्राह्मण, पिछड़ा और दलित के समीकरण पर लड़ना चाहती हैं अब अगर बीएसपी के ब्राह्मण और पिछड़े नेता समाजवादी कैंप में जायेंगे तो फिर बहन जी को ग़ुस्सा तो आयेगा ही. अखिलेश की पार्टी के प्रवक्ता उदयवीर सिंह कहते हैं मायावती अपनी पार्टी को संभाल नहीं पा रही हैं और इस खीझ में हमारे नेता पर अनर्गल आरोप लगाती हैं.
मायावती के ग़ुस्से की और भी वजहें हैं. उनकी पार्टी बीएसपी के सात विधायक अखिलेश यादव से टिकट मांग रहे हैं. इनमें से छह ने तो इसी हफ़्ते अखिलेश से जाकर मुलाक़ात भी की थी. सभी विधायक निलंबित हैं. इनके नाम हैं-
- असलम राइनी
- मुजतबा सिद्दीक़ी
- हाकिम लाल बिंद
- हरगोविंद भार्गव
- असलम अली चौधरी
- सुषमा पटेल
- वंदना सिंह
पार्टी के दो विधायकों रामवीर उपाध्याय और अनिल सिंह आज कल बीजेपी नेताओं संग उठते बैठते हैं. जबकि विधायकों लाल जी वर्मा और रामअचल राजभर को मायावती ने पार्टी से बाहर कर रखा है. चार बार यूपी की मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती के पास अब बस सात एमएलए बचे हैं.
यूपी में असली लड़ाई तो बीजेपी के ख़िलाफ़ सबसे मज़बूत विपक्ष दिखने की है. बंगाल चुनाव ने एक रास्ता बता दिया है. बीजेपी से नाराज़ लोग उधर जायेंगे जिसमें चुनाव जीतने की ताक़त होगी. सारा झगड़ा ताकतवर बनने की है. ऐसा होने पर बंगाल की तरह बाक़ी पार्टियां मेल्ट्डाउन हो जायेंगी. बंगाल में लेफ़्ट और कांग्रेस का यही हाल रहा. गठबंधन के बावजूद दोनों पार्टियों का खाता तक नहीं खुला.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)