फोट्टीफोरवा से 'मुंबई का किंग' बनने तक कई कहानियां समेटे Manoj Bajpayee के जीवन पर आई किताब
मनोज बाजपेयी बिहार के बेतिया से दिल्ली इस सपने के साथ आए कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा यानी एनएसडी में उनका एडमिशन हो जाएगा. एक्टिंग का मक्का कहे जाने वाले एनएसडी में उनके एडमिशन का सपना अधूरा रह गए. उन्होंने चार बार यहां एडमिशन लेने की कोशिश की लेकिन हर बार उनके हाथ नाकामयाबी लगी. हालांकि, एनएसडी से टूटा दिल लेकर जब वो मुंबई पहुंचे तो राम गोपाल वर्मा ने उनका करियर बनाने में उनकी मदद की. लेकिन राम गोपाल वर्मा के साथ रिश्ते हों या उनके एक्टिंग का करियर, दोनों ही उठा-पटक से भरे रहे. इन्हीं सबसे जुड़ी हैं कई कहानियां जिन्हें समेटे आई है एक किताब जिसका नाम है मानोज बाजपेयी: कुछ पाने की ज़िद और इसे लिखा है पत्रकार पीयूष पांडे ने. इसी किताब पर बात की है अविनाश राय ने
























