न सरकार बड़ा न संगठन, यूपी में तो सिर्फ योगी ही उपयोगी हैं!
4 जून 2024 वो तारीख थी जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे. और उसी दिन शाम करीब चार बजे के बाद से ही राजनीतिक पंडितों के बीच एक चर्चा चल पड़ी कि अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विदाई तय है. इस चर्चा ने तब और जोर पकड़ लिया, जब उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और उनके बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी थोड़े बगावती तेवर अपनाए. लखनऊ-दिल्ली एक कर दिया. बयान भी दे दिया कि संगठन सरकार से बड़ा होता है. लेकिन चुपचाप बैठे योगी आदित्यनाथ ने बिना कुछ कहे, बिना कुछ बोले, बिना कुछ किए भी ये साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश में न तो सरकार बड़ी है न ही संगठन बल्कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिए उपयोगी सिर्फ और सिर्फ योगी हैं. देखिए अविनाश राय की रिपोर्ट.
























