एल्विश यादव मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं,कमिश्नर ने लिया एक्शन, कोतवाल सस्पेंड
सौरव के मुताबिक इसके बाद उन्होंने फिर नोएडा कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उनका सुरक्षा देने के लिए कहा गया. लेकिन पुलिस ने उनका सुरक्षा नहीं दी.

उत्तर प्रदेश स्थित गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नर ने घंटाघर कोतवाली के प्रभारी धर्मपाल को सस्पेंड कर दिया है. धर्मपाल कुछ दिन पहले ही थाना नंदग्राम प्रभारी से ट्रांसफर होकर घंटाघर कोतवाली प्रभारी बने थे. दरअसल दिसंबर 2023 में पीपल फॉर एनिमल से जुड़े सौरव गुप्ता और गौरव गुप्ता ने गौतम बुद्ध नगर में एल्विश यादव के खिलाफ स्नेक वेनम केस उजागर किया था.
इस मामले में एल्विश यादव की गिरफ्तारी भी हुई थी. सौरव गुप्ता गाजियाबाद के थाना नंदग्राम क्षेत्र के राज नगर एक्सटेंशन में रहते हैं. सौरव गुप्ता ने बताया कि उसके बाद नोएडा जिला जज ने एक आदेश पारित किया था की विटनेस प्रोटक्शन एक्ट के तहत सौरव और गौरव को सुरक्षा दी जाए. सौरव का आरोप है कि कुछ दिन तो उनका सुरक्षा मिली उसके बाद जनवरी 2025 में उनकी सुरक्षा हटा ली गई.
धर्मपाल ने उस आदेश का पालन नहीं किया
सौरव के मुताबिक इसके बाद उन्होंने फिर नोएडा कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उनका सुरक्षा देने के लिए कहा गया. लेकिन पुलिस ने उनका सुरक्षा नहीं दी. इसके बाद सौरव गुप्ता और गौरव गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में अर्जी दी. सौरव के मुताबिक मई 2025 में सुप्रीम कोर्ट ने दोनों भाइयों को सुरक्षा देने का आदेश दिया.
सौरव के मुताबिक तत्कालीन कोतवाल धर्मपाल ने उस आदेश का पालन नहीं किया और उन को सुरक्षा नहीं दी. सौरव के मुताबिक इस मामले में हमने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उनके आदेश का पालन नही हुआ है. जिसके बाद सोमवार यानी की 8 सितंबर में इसकी सुनवाई थी. सौरभ के मुताबिक सुनवाई से ठीक पहले नंदग्राम थाने के तत्कालीन प्रभारी रहे धर्मपाल को सस्पेंड कर दिया गया है. सौरव के मुताबिक साथ ही उन दोनों भाइयों को गाजियाबाद पुलिस ने दो-दो गनर उपलब्ध करा दिए गए हैं.
Source: IOCL





















