Haryana Politics: चौ. बीरेंद्र सिंह की रैली पर BJP ने क्यों साधी चुप्पी, क्या JJP से गठबंधन तोड़ने का बना रहे दबाव? समझिए पूरा गणित
Jind News: 2 अक्टूबर को मेरी आवाज सुनो नाम से चौधरी बीरेंद्र सिंह जींद में रैली करने वाले है. एक तरफ जहां उनके बीजेपी छोड़ने की चर्चा तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है.

Haryana News: पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह जींद में 2 अक्टूबर को मेरी आवाज सुनो नाम से एक रैली करने वाले है. जिसको लेकर प्रदेश की सियासत गरमाती दिखाई दे रही है. क्योंकि बिना बीजेपी के रैली कर रहे चौ. बीरेंद्र सिंह अब बीजेपी में रहेंगे या बीजेपी छोड़कर अपनी नई पार्टी बनाएंगे इसको लेकर चर्चाएं जोरों पर है. लेकिन इसपर बीजेपी के नेता अभी चुप्पी साधे हुए है. चौ. बीरेंद्र सिंह की रैली को लेकर कोई मंत्री या विधायक कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
‘बीजेपी छोड़ने की हो रही चर्चाएं’
चौधरी बीरेंद्र सिंह को लेकर चर्चाएं जोरों पर है कि वो बीजेपी छोड़ सकते है. बीरेंद्र सिंह के समर्थकों के समर्थकों ने इन चर्चाओं को हवा दी है. लेकिन इसपर अभी तक कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है. दूसरी तरफ इस रैली को गैर राजनीतिक भी बताया जा रहा है.
क्या बीजेपी कर रही है साइलेंट सपोर्ट?
चौधरी बीरेंद्र सिंह की रैली को लेकर कोई बयान ना देने को लेकर यह भी कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें साइलेंट सपोर्ट कर रही है. इसलिए बीजेपी के किसी नेता ने कोई बयान नहीं दिया. सभी नेता चुप्पी साधे हुए है. वहीं राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी इस रैली के सियासी फायदे और नुकसान को देखकर कुछ बोलने से परहेज कर रही है.
क्या JJP से गठबंधन तोड़ने का बना रहे दबाव?
मीडिया रिपोर्टस की माने तो चौधरी बीरेंद्र की रैली का उद्देश्य साल 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव है. चुनाव से पहले वो बीजेपी पर जेजेपी से गठबंधन तोड़ने का दबाव डालना चाहते है. इसलिए ये रैली करवाई जा रही है. वे हिसार से अपने बेटे बृजेंद्र सिंह के लिए लोकसभा की सीट तो वहीं उचाना कलां से अपनी पत्नी प्रेमलता के लिए सीट चाहते है. जबकि इन दोनों जगहों पर जेजेपी की भी नजर है.
Source: IOCL





















