'कांग्रेस को मिलेंगे 3 ही पद, RJD को नहीं मिलेगा कोई मंत्रालय', झारखंड में BJP नेता का बड़ा दावा
Jharkhand Politics: बीजेपी का कहना है कि झारखंड में मंत्रिमंडल को लेकर जेएमएम, आरजेडी और कांग्रेस के बीच में खींचतान चल रही है. इसका कहना है कि चुनाव के बाद जेएमएम का असली चेहरा सामने आ रहा है.

Jharkhand New Cabinet: झारखंड में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने सीएम पद की शपथ ले ली है लेकिन अब तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है. इसको लेकर विपक्षी बीजेपी ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन आरजेडी को एक भी पद नहीं देंगे और कांग्रेस को केवल तीन मंत्रालय ही मिलेंगे.
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बीजेपी नेता प्रतूल शाह देव ने कहा, ''हम लोगों ने तो नई सरकार को शुभकानाएं दी थीं. हमारी इच्छा भी है कि वे सफलता से कार्यकाल पूरा करें. लेकिन जिस तरह से राजनीतिक रूप से मारकाट मची हुई है. कांग्रेस ने डिप्टी सीएम का पद मांगा. और उसको जेएमएम ने मनाकर दिया है. जनता के हित पर ध्यान नहीं है किसको कितने पद मिलेंगे, ये फोकस है. जेएमएम के हिसाब से कांग्रेस को 3 मंत्री पद मिलेंगे. आरजेडी को एक भी पद नहीं मिलेगा.''
#WATCH रांची: भाजपा नेता प्रतुल शाह देव ने कहा, "झारखंड कैबिनेट में हिस्सेदारी को लेकर कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री पद की मांग की जिसे JMM ने मना कर दिया। जनता के हित पर ध्यान नहीं है किसको कितने पद मिलेंगे, ये फोकस है। JMM के हिसाब से कांग्रेस को 3 मंत्री पद मिलेंगे। राजद को एक भी… pic.twitter.com/sOPAvF5AKH
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 30, 2024
जेएमएम का दिख रहा असली चेहरा- प्रतूल
प्रतूल शाह ने दावा किया कि 10-12 मंत्री जेएमएम के होंगे. अभी तो सरकार की शुरुआत हुई है और खींचातानी हो रही है. सत्ता में आने पर इसका असली चेहरा खना शुरू हो जाता है. कांग्रेस के बड़े नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा था कि हमें डिप्टी सीएम का पद देना चाहिए जेएमएमए ने इनकार दिया.
बीजेपी नेता ने कहा कि पहले ऐसी बात थी कि 11 मंत्रियों के साथ हेमंत सोरेन ने शपथ लेने की हामी भरी है लेकिन सीएम अकेले शपथ लेते हैं. बड़ा मैनडेट मिला है तो क्या दिक्कत है. सबको लगता है कि किसको कितनी हिस्सेदारी होगी. उम्मीद थी कि सीएम हेमत सोरेन नई शुरुआत करेंगे लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा.
कांग्रेस को हाथ बढ़ाकर आगे नहीं बढ़ा सकते- प्रतूल
महाराष्ट्र चुनाव के बाद मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा दिए गए बयान पर प्रतूल शाह ने कहा, ''खरगे अपनी पार्टी का पुराना इतिहास नहीं देख रहे हैं. इन्होंने कभी क्षेत्रीय दलों को उभरने नहीं दिया. क्षेत्रीय नेतृत्व को उभरने नहीं दिया. एक ही परिवार के आसपास राजनीति बीते 60 वर्ष से टिकी रही. खरगे जी हर चुनाव के बाद रिकॉर्डेड मेसेज बोलते हैं कि आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. ये दो-तीन राज्यों में बच गए हैं और एक-आध में सहयोगियों के साथ हैं. यह पुरानी पार्टी है और हम चाहते हैं कि सशक्त विपक्ष के रूप में सब जगह रहे लेकिन ये खुद नहीं होना चाहते तो हाथ बढ़कर आगे नहीं बढ़ा सकते.''
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Source: IOCL





















