'हिंदुओं के खिलाफ हो सकती है हिंसा', भारत-कनाडा के बीच तनाव पर पूर्व राजनयिक ने किया बड़ा दावा
India-Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले को लेकर राजनयिक तनाव बढ़ गया है. इसी कड़ी में भारत सरकार ने छह राजनयिकों को देश छोड़ने को कहा है.
India-Canada Relations: भारत और कनाडा के बीच तनाव फिर से बढ़ गया है. खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कनाडा सरकार ने भारत के उच्चायुक्त के शामिल होने का आरोप लगाया है. भारत सरकार ने इसके बाद अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और अन्य राजनयिकों को वापस बुला लिया है.
भारत ने भी सोमवार को कनाडा के छह राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है.भारत द्वारा उच्चायुक्त संजय वर्मा और कुछ अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने का निर्णय कनाडा के प्रभारी राजदूत स्टीवर्ट व्हीलर्स को विदेश मंत्रालय में तलब किए जाने के कुछ ही समय बाद आया. इसी कड़ी में भारत और कनाडा के बीच खराब होते रिश्तों पर पूर्व राजनयिक केपी फैबियन ने बड़ा बयान दिया है.
'भारत ने उठाया सही कदम'
भारत-कनाडा विवाद पर पूर्व राजनयिक केपी फैबियन ने कहा, "कनाडा भारत के उच्चायुक्त और अन्य अधिकारियों से पूछताछ करना चाहता है. ये गलत है. इसी वजह से भारत सरकार ने यह कदम उठाया है. भारत ने यह सही कदम उठाया है."
#WATCH | On India-Canada row, former Diplomat K P Fabian says, "India's decision is right...Till Justin Trudeau is there in power, the situation will not improve...In 2025 there will be an election in Canada in which Justin Trudeau will not win when the new government comes to… pic.twitter.com/hVXpnQc9jQ
— ANI (@ANI) October 14, 2024
उन्होंने आगे कहा, "मुझे उम्मीद है कि कुछ समय के बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहतर होंगे. लेकिन जब तक जस्टिन ट्रूडो वहां के प्रधानमंत्री हैं, तब तक ऐसा नहीं होगा. वहां पर अगले साल चुनाव होने हैं और इस बात की उम्मीद बेहद कम है कि जस्टिन ट्रूडो को जीत मिलेगी. कनाडा में उनकी लोकप्रियता भी कम हो रही है. मुझे ऐसा लगता है कि आने वाले समय में कनाडा भारत पर और आक्रामकता से आरोप लगाएगा.
'चुनाव के बाद ही बेहतर हो सकते हैं रिश्तें'
कब तक बेहतर होंगे भारत कनाडा के रिश्ते के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब तक वहां पर जस्टिन ट्रूडो की सरकार है, तब तक मुझे यह मुश्किल लग रहा है. वहां पर चुनाव होने के बाद और नई सरकार के बनने के बाद रिश्ते बेहतर हो सकते हैं.
खालिस्तानी कर सकते हैं मंदिरों पर हमला
उन्होंने कहा, "भारत के साथ खराब रिश्ते के बीच खालिस्तानी लोग हिंदुओं के खिलाफ हिंसा कर सकते हैं. वो लोगों को टारगेट कर सकते हैं. इसके अलावा मंदिरों को निशाना बना सकते हैं."