'अकेले कुछ नहीं कर पाओगे', असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस को दी PM मोदी वाली 'सबका साथ' की सलाह
Asaduddin Owaisi On Haryana Election Result: ओवैसी ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि मैं पुरानी पार्टी से कहना चाहूंगा, आपको मोदी को हराने के लिए सबको साथ लेना होगा. अकेले आप कुछ नहीं कर पाएंगे.
Asaduddin Owaisi On Haryana Election Result: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार, 11 अक्टूबर को कांग्रेस का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि "पुरानी पार्टी" को बीजेपी को हराने के लिए सभी को साथ लेना होगा.
हरियाणा चुनाव में बीजेपी की जीत को लेकर बोलते हुए ओवैसी ने यह भी कहा कि बीजेपी ने वहां "गलती से" जीत हासिल की. इस बीच, बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी "कहीं नहीं खड़ी है."
कांग्रेस पर ओवैसी का निशाना
ओवैसी ने कहा कि 'सेक्युलर' पार्टियां अक्सर उन पर बीजेपी विरोधी वोटों को विभाजित करने का आरोप लगाती थीं, लेकिन हरियाणा में कांग्रेस कैसे हारी, जबकि AIMIM ने वहां से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था? ओवैसी ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, "वह (बीजेपी) हरियाणा में कैसे जीती? मैं वहां नहीं था. नहीं तो वे कहते कि ‘बी टीम’... वे वहां हार गए. अब आप ही बताओ, वे किस वजह से हारे?"
'पुरानी पार्टी' को ओवैसी की सलाह
ओवैसी ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा, "मैं पुरानी पार्टी से कहना चाहूंगा, समझिए मेरी बात. आपको मोदी को हराने के लिए सबको साथ लेना होगा. अकेले आप कुछ नहीं कर पाएंगे."
हरियाणा में AIMIM चुनाव नहीं लड़ी फिर @narendramodi कैसे जीत गए? अगर मोदी को हराना है तो सबको साथ लेकर चलना पड़ेगा pic.twitter.com/rY9oaVFdjQ
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 12, 2024
असदुद्दीन ओवैसी के हरियाणा चुनाव परिणामों पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस अब एक "परजीवी पार्टी" बन गई है और वह अब कहीं नहीं खड़ी है. पूनावाला ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, "चाहे तृणमूल कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो, उद्धव सेना हो या ओवैसी, हरियाणा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सभी कांग्रेस से कह रहे हैं कि 'राहुल, तुमसे ना हो पाएगा.' मुझे लगता है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन गई है."
उन्होंने आगे कहा, "कांग्रेस कहीं नहीं खड़ी है. वह 'बेताल' बन जाती है और अपने सहयोगियों को 'विक्रम' बनाकर उनके वोट बैंक को चूस लेती है. इसलिए, हर कोई उन्हें कह रहा है कि अपने वोट बैंक को नष्ट न करें और साथ मिलकर चुनाव लड़ें."
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