पंजाब पुलिस के गिरफ्त में आया 27 साल से फरार खालिस्तानी आतंकी रणजीत सिंह राणा
राणा पर साल 1991 में टाडा एक्ट के तहत सदर थाना फगवाड़ा में मामला दर्ज किया गया था और अब तक इस पर हत्या समेत अन्य संगीन अपराध के कुल 5 मामले दर्ज हैं. जिसमें 1 में उसे सजा, 2 मामले अदालत में लंबित हैं और 2 में उसे बरी किया जा चुका है. इसके संबंध आंतकवादियों से भी रहे हैं.

कपूरथला: पंजाब की कपूरथला पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए 27 साल से पुलिस से आंख मिचौली खेल रहे भगौड़े खालिस्तानी आतंकी रणजीत सिंह राणा को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि ये आतंकी भिंडरांवाला टाइगर फोर्स का एक्टिव मेम्बर भी रहा है.
राणा पर साल 1991 में टाडा एक्ट के तहत सदर थाना फगवाड़ा में मामला दर्ज किया गया था और अब तक इस पर हत्या समेत अन्य संगीन अपराध के कुल 5 मामले दर्ज हैं. जिसमें 1 में उसे सजा, 2 मामले अदालत में लंबित हैं और 2 में उसे बरी किया जा चुका है. इसके संबंध आंतकवादियों से भी रहे हैं.
पुलिस के अनुसार साल 1991 के बाद साल 1993 में यह गिरफ्तारी के डर से गांव शालापुर जिला सहारनपुर उतर प्रदेश भाग गया और वहां गुरुद्वारा साहिब में ग्रन्थि की ड्यूटी करने लगा. साल 1997 में वह शाहकोट जिला जालन्धर में दर्ज एक मामले में 2 साल की सजा काटने के बाद दोबारा सहारनपुर चला गया. उसके बाद साल 2004 में गांव कोड़ाहलाकला शाहकोट जिला जालन्धर के गुरुद्वारा साहिब में ग्रन्थि की ड्यूटी दे रहा था जिसे पुलिस ने गुप्ता सूचना के आधार पर पकड़ लिया.
पकड़े गए आरोपी के अनुसार 1984 के सिख दंगों के असर के चलते ही उसने आपराधिक गतिविधियां शुरू की थीं. आरोपी के अनुसार वह भिंडरांवाला टाईगर फोर्स का एक्टिव मेम्बर रहा है उसी के चलते उसे मृत घोषित कर श्रद्धांजलि भी दी जा चुकी है. पुलिस और भगोड़े के बीच अक्सर आंख मिचौली चलती रहती है पर इस तरह के अपराधियों के लंबे समय बाद पुलिस गिरफ्त में आना पुलिस के लिए बड़ी राहत की खबर है.
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