मुंबई में मुसलमानों के विरोध प्रदर्शन का नहीं है ये वायरल Video
यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया जब मुंबई की सड़कों पर हजारों मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी विधायक नितेश राणे और उपदेशक रामगिरी महाराज की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया.
फैक्ट चेक
निर्णय [असत्य]यह वीडियो जुलाई 4 को मुंबई में टी-20 विश्व कप विजय परेड के दौरान रिकॉर्ड किया गया था और इसका हालिया विरोध प्रदर्शनों से कोई संबंध नहीं है. |
दावा क्या है?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग मुंबई में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वीडियो में एक सड़क पर बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम दिखाई दे रहा है, जिसे मुंबई का मरीन ड्राइव बताया जा रहा है.
यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया जब मुंबई की सड़कों पर हजारों मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी विधायक नितेश राणे और उपदेशक रामगिरी महाराज की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. कई यूज़र्स ने इस वीडियो को एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फ़ेसबुक पर शेयर किया है, और इसे 'मुस्लिम रैली' बताया.
एक यूज़र ने लिखा, "जिसको देखना था कहा हैं मुसलमान तो आज देखो यहां हैं मुसलमान. अगर छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं याद रखना , एक सोया हुआ शेर जब तक वार नहीं करता जब तक उसे जगाया न जाए और अगर वो जाग जाए तो समझ लो फिर तुम्हारा बचना मुश्किल हैं. इन पोस्ट्स के आर्काइव वर्ज़न यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.
हालांकि, यह दावा ग़लत है. वायरल वीडियो में लोग जुलाई 2024 में टी20 विश्व कप जीतने के बाद मुंबई में विजय परेड के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के आने का इंतज़ार करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया?
हमने वायरल वीडियो के कीफ़्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने पाया कि मुंबई के एक फ़ेसबुक यूज़र ने जुलाई 5 को यह वीडियो (आर्काइव यहां) शेयर किया था, जिसमें बताया गया था कि यह भारतीय क्रिकेट टीम का स्वागत करने के लिए शहर में उमड़ी भीड़ का है.
हमें ऐसे ही कई वीडियो मिले, जिनमें मुंबई के मरीन ड्राइव पर भारतीय क्रिकेट टीम का स्वागत करने के लिए बड़ी भीड़ उमड़ी दिखाई दे रही थी. द प्रिंट ने जुलाई 4 को यूट्यूब पर एक ऐसा ही वीडियो (आर्काइव यहां) अपलोड किया, जिसका शीर्षक था, "भारत की विजय परेड देखने के लिए मुंबई के मरीन ड्राइव पर क्रिकेट प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी."
दोनों वीडियो एक छत से लिए गए थे और एक ही जगह दिखाते हैं. तुलना करने पर, हमने पाया कि दोनों वीडियो में कई कारें एक लाइन में फंसी हुई थीं और लाल पोस्टर वाले लैंप नज़र आ रहे थे.
वायरल वीडियो और द प्रिंट द्वारा प्रकाशित वीडियो के बीच तुलना.(सोर्स: एक्स/यूट्यूब/स्क्रीनशॉट)
न्यूज़ 18 मराठी और चैनल 5 तमिल (आर्काइव यहां) ने भी इसी तरह के दृश्य दिखाते हुए वीडियो शेयर किए.
विजय परेड का स्वागत करने के लिए हज़ारों लोग इकट्ठा हुए थे,जिसमें भारतीय टीम मरीन ड्राइव से वानखेड़े स्टेडियम तक एक खुली छत वाली बस में यात्रा कर रही थी.
हमने गूगल स्ट्रीट व्यू पर भी जगह का पता लगाया, जिससे पुष्टि हुई कि यह मुंबई के मरीन ड्राइव पर रिकॉर्ड किया गया था. हमने द प्रिंट द्वारा प्रकाशित वीडियो और गूगल स्ट्रीट व्यू में दो इमारतों की पहचान की.
मुंबई में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शन
सितंबर को 23 ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील के नेतृत्व में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के एक बड़े समूह ने मुंबई की सड़कों पर मार्च किया था. उन्होंने बीजेपी विधायक नितेश राणे और उपदेशक रामगिरी महाराज पर नफ़रत फैलाने वाले भाषण देने का आरोप लगाते हुए उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की थी."इरंगा संविधान रैली" नामक इस रैली में 12,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे.
निर्णय
टी20 विश्व कप विजय परेड के एक पुराने वीडियो को ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया है, जिसमें इसे मुंबई में मुस्लिम समुदाय के विरोध प्रदर्शन के रूप में दिखाया गया है. असल में, यह क्लिप जुलाई 4 2024 को मरीन ड्राइव पर रिकॉर्ड की गई थी और इसका मुंबई में हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों से कोई संबंध नहीं है.