Stock Market: सेंसेक्स 218 अंक और टूटा, निफ्टी 11,000 अंक से नीचे आया
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से बाजार में गिरावट रही.

नई दिल्लीः शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट रही. कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी से बाजार में गिरावट रही. ब्रोकरों ने कहा कि इसके अलावा सितंबर माह के फ्यूचर्स और ऑप्शन्स निपटान की वजह से भी बाजार में उतार-चढ़ाव रहा. अमेरिका में इस साल तीसरी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी से वैश्विक बाजार दबाव में रहे.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स सकारात्मक रुख से 36,691.93 अंक पर खुला और चुनिंदा शेयरों में शॉर्ट कवरिंग से 36,711.62 अंक के उच्चस्तर तक गया. लेकिन बाजार उच्चस्तर पर टिका नहीं रह सका और सितंबर श्रृंखला के निपटान की वजह से नीचे आ गया.
सेंसेक्स और निफ्टी का हाल कारोबार के अंत में सेंसेक्स 218.10 अंक या 0.60 फीसदी के नुकसान से 36,324.17 अंक पर बंद हुआ. एक समय यह 36,238.23 अंक के निचले स्तर तक गिर गया. इससे पहले बुधवार को सेंसेक्स में 109.79 अंक का नुकसान दर्ज हुआ था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 76.25 अंक या 0.69 फीसदी के नुकसान से 11,000 अंक से नीचे 10,977.55 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान निफ्टी 11,089.45 से 10,953.35 अंक के दायरे में रहा.
इस कदम से बाजार में आई तेजी सरकार ने बुधवार को जेट ईंधन और एसी सहित 19 उत्पादों का आयात महंगा करने की घोषणा की थी. इसके पीछे मकसद चालू खाते के घाटे पर अंकुश लगाना और रुपये की गिरावट को थामना है. इन कदमों से कुछ समय के लिए बाजार में तेजी रही. इस बीच, भारतीय रिजर्व बैंक ने लिक्विडिटी की स्थिति में सुधार के लिए सांविधि तरलता अनुपात के तहत बैंकों को अपने कैश कवरेज रेश्यो को पूरा करने के लिये कुछ राहत दी है.
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बेचे इतने शेयर इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने कल 809.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,555.44 करोड़ रुपये की लिवाली की.
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