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चेक से लेनदेन में परेशानी से बचने के लिए जान लें पोस्ट डेटेड और स्टेल चेक में अंतर
चेक कई तरह के होते हैं और यह अलग अलग उद्देश्य के लिए काम आते हैं. पोस्ट डेटेड चेक और स्टेल चेक के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है.

प्रतीकात्मक फोटो
लोग बड़ी पेमेंट का लेन देन चेक के जरिए करते हैं. चेक कई तरह के होते हैं और यह अलग अलग उद्देश्य के लिए काम आते हैं. आज हम आपको स्टेल और पोस्ट डेटेड चेक के बारे में बता रहे हैं. इन दोनों को लेकर लोगों को कुछ कंफ्यूजन रहता है. खासकर लोग इनके अंतर को समझ नहीं पाते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि चेक कोई भी हो उस पर जो तारीख पड़ी होती है उस तारीख से लेकर लेकर अगले 3 माह तक वह वैलिड रहता है.
पोस्ट डेटेड चेक
- पोस्ट डेटेड चेक कुछ दिन बाद की किसी तारीख के लिए जारी किया जाता है.
- यह क्रॉस्ड पेई या अकाउंट पेई चेक होता है.
स्टेल चेक
- जिस चेक को उस पर पड़ी तारीख से लेकर अगले 3 माह तक नहीं भुनाया जाता तो वह एक्सपायर हो जाता है.
- एक्सपायर हो चुके चेक को ही स्टेल चेक कहते हैं.
- एक्सपायर हो चुके चेक को पेमेंट के लिए बैंक में नहीं दिया जा सकता.
ऐंट डेटेड चेक
- जिस चेक को गुजर चुकी तारीख में जारी किया जाता है तो इसे ऐंट डेटेड चेक कहते हैं.
- ऐसे चेक की तीन माह की वैलिडटी अगर बची हुई है तो इसे बैंक में पेमेंट के लिए दिया जा सकता है.
- ऐंट डेटेड चेक इतनी पुरानी तारीख में न जारी हो कि वैलिड ही न रहे.
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