News
News
टीवीabp shortsABP शॉर्ट्सवीडियो पॉडकास्ट
X

अर्थशास्त्र के जानकारों से जानिए नोटबंदी के फायदे होंगे या नुकसान

Share:

नई दिल्लीः मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले पर 13 दिन बाद भी बहस छिड़ी हुई है. समर्थक इसके फायदे गिना रहे हैं तो विरोधी नुकसान. अर्थव्यवस्था के जानकारों की राय भी इस बारे में बंटी हुई है. कुछ इसे देश के लिए फायदेमंद बता रहे हैं तो कुछ नुकसानदेह. उनकी बातें सुनकर आप खुद ही फैसला करें कि किनकी दलीलों में ज्यादा दम है.

नोटबंदी के फायदे और नुकसान पर अर्थशास्त्री जो प्रतिक्रिया दे रहे हैं उन्हें जानकर आप खुद फैसला कर सकते हैं कि नोटबंदी का असल में आपको फायदा होगा या नुकसान.

vasudev

जानिए नोटबंदी पर 5 फायदे और 5 नुकसान

पूर्व वित्त सचिव सी एम वासुदेव की राय 1. कालाधन बाहर आएगा. नकली नोट में लगाम लगेगी. 2. टेररिस्ट, नक्सल, दहशतगर्द की फाइनेंसिंग पर भी अंकुश लगेगा. 3. हमेशा से कैश इकोनॉमी भारत में रही है, लेकिन अब लोगों को डिजिटल सिस्टम का पता चलेगा. 4. बैंकिंग व्यवस्था का विस्तार होगा. बैंकों में ज्यादा खाते खुलेंगे. 5. सी एम वासुदेव भी मानते हैं कि इस कालाधन बाहर आएगा.

नोट बंदी के नुकसान बताते हुए सी एम् वासुदेव का कहना है 1. आर्थिक व्यवस्था कुछ महीने के लिए ठप्प हो जायेगी. 2. हमारी व्यवस्था अभी कैश में चलती है. ऐसे में संशय लोगो के बीच बना रहता है. इकोनॉमिक सिस्टम को छेड़ना अपने पोलिटिकल गेन के लिए खतरनाक है. 3. नए नोट भी रिश्वत की मार्किट में आ गए हैं. गरीब को रोज़ के रोज़गार में जीत है उसका हक़ मारा गया. क्योंकि उसका रोज़गार ख़त्म हो गया है. 4. आने वाले दिनों में सब्ज़ी के रेट आसमान छूने लगेंगे. जीडीपी पर भी असर पड़ेगा. ये डाउन जायेगी. 5. वित्तमंत्री को खुद एक दिन पहले नोटबंदी के बारे में पता चला है. तैयारी के बिना इस फैसले के साथ आई है पूरी तरह गलत है.

नोटबंदी के फायदों पर उद्योगपति सुनील अलग 1. आतंकवाद और जाली नोट पर लगाम लगेगी. 2. कैश की जगह बैंकिंग चैनल से लेन-देन बढ़ेगा. 3. सरकार के पास पैसे होंगे तो गरीबों के लिए अस्पताल खुलेंगे, सड़कें बनेंगी, घर सस्ते हो जाएंगे. 4. ब्याज दरें घटेंगी. उद्योग जगत की बरसों पुरानी मांग पूरी होगी. 5. निवेश बढ़ेगा, जिससे ज्यादा रोजगार पैदा होगा.

mohan guru

नोटबंदी के विपक्ष में अर्थशास्त्री

मोहन गुरुस्वामी की राय

नोटबंदी के नुकसान 1. सरकार बिना तैयारी के इस नोटबंदी के मैदान में कूद पड़ी हैं और अब निकल नहीं पा रही है. 2. आर्थिक व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. सरकार ने राजनीतिक फायदे के लिए अर्थव्यवस्था को ठप किया है और असली काले धन पर कुछ नहीं किया है. काला धन अब भी विदेश जा रहा है. 3. गरीब, मजदूर, किसान परेशान हैं. उनके घर में चूल्हा नहीं जल रहा है. सब्जीवाले के पास, किसान के पास सब्जियां सड़ गईं हैं. सरकार ने ऐसा क्यों किया इसका सही जवाब देना चाहिए. 4. 500 का हर नोट काला धन नहीं होता. ज्यादातर वो पैसा है, जिस पर टैक्स दिया जा चुका है. 5.इस फैसले का असर होगा कि अगले 2 तिमाही में विकास दर और गिरेगी. असली विकास दर 4 फीसदी के आसपास है जो इस फैसले से और कम हो जाएगी.

notebandi

अर्थशास्त्री प्रोफेसर अरुण कुमार के मुताबिक ये हैं नोटबंदी के खराब असर 1. सरकार ने जाली करेंसी और काले धन को रोकने का लक्ष्य घोषित किया, लेकिन ये दोनों ही काम नहीं होंगे. काले धन का बड़ा हिस्सा कहीं न कहीं लगा होता है, सर्कुलेशन में होता है. इसलिए नोटबंदी से काला धन खत्म नहीं होगा. 2. काली कमाई हर साल करीब 93 लाख करोड़ होगी. कुल काला धन इससे 4 गुना होगा. जबकि काली कमाई में कैश का हिस्सा सिर्फ 1 या 2 फीसदी ही होगा. 3. लोग तरह-तरह से काला धन सफेद करने में भी लगे हैं. कई तरीके निकाल लिये हैं, जिसके कारण जो 3 लाख करोड़ तक कैश होगा भी वो भी पूरा सरकार को नहीं मिल पाएगा. अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो रहा है. 4. देश में 94 फीसदी लोग गैर-संगठित क्षेत्र में हैं, जिन्हें काफी मुश्किल हो रही है. कागज और इंक की कमी के कारण रद्द हुए नोटों की भरपाई में रिजर्व बैंक को 8-10 महीने या साल भर भी लग सकते हैं. 5. काली कमाई वालों से ज्यादा आम जनता परेशान है क्योंकि काली कमाई वाले रास्ते निकाल लेते हैं. जाली नोटों का छपना बंद करना होगा और सिर्फ नोटबंदी से काम नहीं चलेगा. आतंकवाद पर काबू पाने के लिए भी दूसरे कदम उठाने पड़ेंगे, नोटबंदी से फर्क नहीं पड़ेगा. सरकार के कदम से मंदी आने का खतरा है. रोज़गार, उत्पादन, खपत और निवेश सबमें कमी आएगी. गरीब आदमी की परेशानी और बढ़ेगी. पैसे की किल्लत पैदा होगी. लोग सोने की तरफ झुकेंगे, विदेशी मुद्रा ज्यादा रखेंगे जिसका असर ये होगा कि अर्थव्यवस्था को धक्का लगेगा.
Published at : 21 Nov 2016 10:33 PM (IST) Tags: india economy benefits 2000 rupees Old Notes notes Paytm 500 rupees notes ATM currency 1000 rupees notes Note Ban demonetisation Cash Banks Economy Bank
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

यह भी पढ़ें

2025 में विदेशी निवेशकों का भरोसा डगमगाया, बाजार से निकाले 1.6 लाख करोड़; क्या 2026 में बदलेगा ट्रेंड?

2025 में विदेशी निवेशकों का भरोसा डगमगाया, बाजार से निकाले 1.6 लाख करोड़; क्या 2026 में बदलेगा ट्रेंड?

पहली नौकरी में कर ली ये गलती तो उठाना पड़ेगा भारी नुकसान, 30 की उम्र से पहले अपनाएं ये फाइनेंशियल टिप्स

पहली नौकरी में कर ली ये गलती तो उठाना पड़ेगा भारी नुकसान, 30 की उम्र से पहले अपनाएं ये फाइनेंशियल टिप्स

शेयर बाजार में हलचल: SBI-रिलायंस समेत 7 दिग्गज कंपनियों का मार्केट कैप धड़ाम, 35439 करोड़ की गिरावट

शेयर बाजार में हलचल: SBI-रिलायंस समेत 7 दिग्गज कंपनियों का मार्केट कैप धड़ाम, 35439 करोड़ की गिरावट

सरकारी ऑर्डर मिलने से इस सोलर कंपनी के शेयर रहेंगे फोकस में, सोमवार को दिख सकती है हलचल

सरकारी ऑर्डर मिलने से इस सोलर कंपनी के शेयर रहेंगे फोकस में, सोमवार को दिख सकती है हलचल

हर निवेशक के लिए सही नहीं है SIP; इन लोगों को दूरी बनाकर रखनी चाहिए, जानें डिटेल

हर निवेशक के लिए सही नहीं है SIP; इन लोगों को दूरी बनाकर रखनी चाहिए, जानें डिटेल

टॉप स्टोरीज

Maharashtra: अजित पवार का बड़ा ऐलान, शरद पवार के साथ मिलकर लड़ेंगे ये चुनाव

Maharashtra: अजित पवार का बड़ा ऐलान, शरद पवार के साथ मिलकर लड़ेंगे ये चुनाव

बांग्लादेश की जिस NCP के कारण शेख हसीना का हुआ तख्तापलट, अब चुनाव में जमात-ए-इस्लामी का देगी साथ

बांग्लादेश की जिस NCP के कारण शेख हसीना का हुआ तख्तापलट, अब चुनाव में जमात-ए-इस्लामी का देगी साथ

सलमान खान अब भी हैं बॉक्स ऑफिस किंग, डिटेल में रिकॉर्ड देखेंगे तो यकीन हो जाएगा

सलमान खान अब भी हैं बॉक्स ऑफिस किंग, डिटेल में रिकॉर्ड देखेंगे तो यकीन हो जाएगा

Year Ender: इस साल भारतीय क्रिकेट टीम की 5 सबसे बड़ी हार, 2025 टीम इंडिया के लिए नहीं रहा खास; फैंस रोने पर हुए मजबूर

Year Ender: इस साल भारतीय क्रिकेट टीम की 5 सबसे बड़ी हार, 2025 टीम इंडिया के लिए नहीं रहा खास; फैंस रोने पर हुए मजबूर