एक्सप्लोरर

लोकसभा चुनाव परिणाम 2024

UTTAR PRADESH (80)
43
INDIA
36
NDA
01
OTH
MAHARASHTRA (48)
30
INDIA
17
NDA
01
OTH
WEST BENGAL (42)
29
TMC
12
BJP
01
INC
BIHAR (40)
30
NDA
09
INDIA
01
OTH
TAMIL NADU (39)
39
DMK+
00
AIADMK+
00
BJP+
00
NTK
KARNATAKA (28)
19
NDA
09
INC
00
OTH
MADHYA PRADESH (29)
29
BJP
00
INDIA
00
OTH
RAJASTHAN (25)
14
BJP
11
INDIA
00
OTH
DELHI (07)
07
NDA
00
INDIA
00
OTH
HARYANA (10)
05
INDIA
05
BJP
00
OTH
GUJARAT (26)
25
BJP
01
INDIA
00
OTH
(Source: ECI / CVoter)

शांति वार्ता के लिए यूक्रेन का आमंत्रण अच्छी बात, लेकिन हमें रूस और दूसरे पक्षों को भी देखने की है जरूरत

यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमीन झापरोवा भारत की चार दिवसीय दौरे पर हैं. नई दिल्ली पहुंचने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ. इस मौके पर उन्होंने कहा कि, मुझे लगता है कि एक वैश्विक खिलाड़ी के रूप में भारत वास्तव में दुनिया का विश्वगुरु है. मूल्यों और न्याय के लिए लड़ते हुए हमने यूक्रेन में यही महसूस किया है. उन्होंने भारत को  यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के 10 बिंदुओं वाले शांति प्रस्ताव और ग्रेन फ्रॉम यूक्रेन इनिशिएटिव के लिए आमंत्रित किया है. ऐसे में सवाल है कि इस पर भारत का क्या रूख हो सकता है. क्या वह यूक्रेन के इस प्रस्ताव पर अमल करेगा?

यह अच्छी खबर है, लेकिन यह हमें देखना होगा कि यह जो आमंत्रण है उसका बैकग्राउंड क्या है. हमारी जो विदेश नीति है वो अभी के मुताबिक रूस और यूक्रेन में जो युद्ध चल रहा है, उस पर भारत ने किसी का पक्ष नहीं लिया है. हम न्यूट्रल हैं. ये पोजिशन तो हमारा एक दम क्लीयर है. मुझे ये लगता है कि ये जो प्रपोजल उन्होंने दिया है वो हमारे न्यूट्रल स्टेटस के विपरीत है. एक तो ये हिंदुस्तान कर नहीं सकता. इसलिए हमें पहले इसके डिटेल को देखना होगा. इससे पूर्व चीन ने भी रूस-यूक्रेन के बीच शांति वार्ता की पहल की थी. लेकिन उसके बारे में भी युक्रेन ने कुछ नहीं कहा, इसलिए यह समझना आवश्यक हो जाता है कि जो यूक्रेन सरकार है ये दृष्टि उनकी अपनी है या फिर ये किसी एक व्यक्ति या संस्था का दृष्टिकोण है. अगर यह प्रस्ताव सरकार से सरकार तक है तब यह ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है. इसके बाद हमें  इस पर सोच-समझकर रिप्लाई देना चाहिए.

हमारी जो अपनी विदेश नीति है, उसमें हमने चीजों को सपष्ट कर रखा है कि हम किसी एक का समर्थन नहीं करते हैं. लेकिन हम इसके साथ-साथ वैश्विक शांति बनी रहे उसके लिए भी प्रयास कर रहे हैं. भारत ने एक-दो बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से भी युद्ध को बंद करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आग्रह किया है. दूसरी बात यह कि ये जो स्टेटमेंट यूक्रेन की डिप्टी फॉरेन मिनिस्टर ने नई दिल्ली में सोमवार को दिया है,  क्या उस शांति वार्ता में यूनाइटेड नेशन की भी कोई भूमिका रहेगी क्या? क्योंकि पहले जब रूस और यूक्रेन के बीच एग्रीमेंट हुआ था, उसमें जो गारंटर थे वो फ्रांस और जर्मनी थे. इसके लिए यूनाइटेड नेशन से स्वीकृति मिली थी. लेकिन वो नाकाम हो गया. क्योंकि यह जो मुद्दा है वो बहुत ही गंभीर है.

भारत की जो अंतरराष्ट्रीय हैसियत है, इज्जत है वो ये है कि हम एक शांतिपूर्ण देश हैं और अगर इस तरह की मध्यस्थता करना है तो हमें पहले यह देखना पड़ेगा हमें इसके लिए वास्तविक तौर पर किसने आमंत्रित किया है. उसका टर्म ऑफ रेफरेंस क्या है और हिंदुस्तान के अलावा और कौन से देशों की सहभागिता रहेगी. कोई भी देश अपनी विदेश नीति के तहत काम करता है. उसमें हम अपना राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि रखते हैं. रूस के साथ जो हमारा संबंध है वह पुराना है. उसके साथ संबंध होने से जो हमें सुविधाएं मिल रही हैं, वो शायद हमें कहीं और से नहीं मिले. चूंकि जब देशों के बीच संबंध स्थापित होते हैं तो भुगतान करने की भी बात होती है और उसे किस तरह से निभाया जाए वो भी बहुत महत्वपूर्ण होता है. मुझे लगता है कि यूक्रेन द्वारा विश्वगुरु कहने और इस तरह से शांति वार्ता के लिए भारत को आमंत्रित करने की बात कहने का अभी कुछ ज्यादा महत्व नहीं है.

हमारा जिस तरीके से राष्ट्रहित की पूर्ति होगी हमें उसी पर चलना चाहिए. ये नहीं कि कोई आया कुछ कह दिया और हम उस दिशा में पहल शुरु कर दें. हम अमेरिका से भी मिलिट्री सामान खरीदते हैं, इंग्लैड से भी खरीदते हैं, इजरायल से भी लेते हैं और हर देश से कुछ न कुछ खरीदते हैं. लेकिन हम पारंपरिक तौर पर रूस पर काफी हद तक निर्भर हैं. उससे हमें बहुत फायदा भी हुआ है. हमारा जो उसके साथ मिलिट्री अफेयर्स है उससे हमें काफी आत्मनिर्भरता मिली है. उसकी मदद से हमलोग अपने देश में ही काफी कुछ चीजें बनाने लगे हैं. कुछ हद तक अब निर्यात भी कर रह रहे हैं और ये सारी चीजें कोई एक-दो दिनों में नहीं होती है. यह एक लंबे समय के संबंधों को स्थापित करने के लिए किया जाता है. रूस के साथ हमारा संबंध बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन हम किसी के अधीन नहीं हैं. हमारी जो खासियत है वो यह कि हम अपने विदेश नीति को लेकर स्वतंत्र रहे हैं. हमने अब तक इसे लेकर कभी भी समझौता नहीं किया है. मुझे लगता है कि यूक्रेन के मंत्री के इस बयान से रूस के प्रति जो हमारी परंपरा रही है, उस पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

(ये आर्टिकल निजी विचारों पर आधारित है)

और देखें

ओपिनियन

Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

फर्जी आधार कार्ड से संसद भवन में घुसने की कोशिश, तीन पकड़े
फर्जी आधार कार्ड से संसद भवन में घुसने की कोशिश, तीन पकड़े
India-Canada Relations: चीन के बाद भारत कनाडा के लिए सबसे बड़ा खतरा- जस्टिन ट्रूडो के देश का नया आरोप
ट्रूडो के देश का नया आरोप, चीन के बाद भारत कनाडा के लिए सबसे बड़ा खतरा!
क्या इंडिया गठबंधन बनाएगी सरकार? सुप्रिया सुले ने दिया जवाब, भाभी सुनेत्रा पवार के लिए कही ये बात
क्या इंडिया गठबंधन बनाएगी सरकार? सुप्रिया सुले ने दिया जवाब, सुनेत्रा पवार के लिए कही ये बात
Grapes In Pregnancy: प्रेगनेंसी में भूलकर भी न खाएं ये खट्टे-मीठे फल, बढ़ सकती हैं दिक्कतें
प्रेगनेंसी में भूलकर भी न खाएं ये खट्टे-मीठे फल, बढ़ सकती हैं दिक्कतें
metaverse

वीडियोज

Ayodhya में BJP की हार से सवालों में सारे दिग्गज, क्या UP में चल रही है समाजवादी की लहर ?Modi सरकार 3.0 में Agniveer पर होगी समीक्षा, डील-डिमांड की बारी । Lok sabha ElectionPublic Interest : मंत्रिमंडल की फाइनल DEAL क्या है? । Nitish Kumar । Naidu । Narendra ModiLoksabha Election Results : सहयोगी सहारे बहुमत मोदी चुकाएंगे बड़ी कीमत? । Modi । INDIA Alliance

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
फर्जी आधार कार्ड से संसद भवन में घुसने की कोशिश, तीन पकड़े
फर्जी आधार कार्ड से संसद भवन में घुसने की कोशिश, तीन पकड़े
India-Canada Relations: चीन के बाद भारत कनाडा के लिए सबसे बड़ा खतरा- जस्टिन ट्रूडो के देश का नया आरोप
ट्रूडो के देश का नया आरोप, चीन के बाद भारत कनाडा के लिए सबसे बड़ा खतरा!
क्या इंडिया गठबंधन बनाएगी सरकार? सुप्रिया सुले ने दिया जवाब, भाभी सुनेत्रा पवार के लिए कही ये बात
क्या इंडिया गठबंधन बनाएगी सरकार? सुप्रिया सुले ने दिया जवाब, सुनेत्रा पवार के लिए कही ये बात
Grapes In Pregnancy: प्रेगनेंसी में भूलकर भी न खाएं ये खट्टे-मीठे फल, बढ़ सकती हैं दिक्कतें
प्रेगनेंसी में भूलकर भी न खाएं ये खट्टे-मीठे फल, बढ़ सकती हैं दिक्कतें
Online Frauds in Summer: अलर्ट! एसी रिपेयर से लेकर बिजली बिल तक, गर्मियों में खूब होते हैं ये ऑनलाइन फ्रॉड्स
अलर्ट! एसी रिपेयर से लेकर बिजली बिल तक, गर्मियों में खूब होते हैं ये ऑनलाइन फ्रॉड्स
Rajkummar Rao के नाम हुआ ये साल, 'श्रीकांत' और 'मिस्टर एंड मिसेज माही' से की दमदार वापसी
राजकुमार राव के नाम हुआ ये साल, 'श्रीकांत' और 'मिस्टर एंड मिसेज माही' से की दमदार वापसी
NDA Meeting: NDA का बढ़ेगा कुनबा, भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत भी हो सकते हैं बैठक में शामिल
NDA का बढ़ेगा कुनबा, भारत आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत भी हो सकते हैं बैठक में शामिल
Kangana Ranaut News: कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर के भाई की आई प्रतिक्रिया, कहा- 'मेरी बहन...'
कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली कुलविंदर कौर के भाई की आई प्रतिक्रिया, कहा- 'मेरी बहन...'
Embed widget