Car Discount Offers: क्यों सभी कंपनियां दे रही हैं कारों पर डिस्काउंट ऑफर्स, जानें क्या है इसका राज
अपनी इन्वेंट्री से प्रेशर को कम करने के लिए मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा, रेनो जैसी कंपनियां भी हेवी डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं.
Car Discount Offers: कार निर्माता कंपनियों की ओर से आगामी त्योहारी सीजन से पहले ही कारों पर ढेर सारे डिस्काउंट ऑफर दिए जा रहे हैं. इंडस्ट्री के जानकारों के अनुसार इसका एक कारण कंपनियों का एंट्री लेवल की कारों की मांग में तेजी लाने के साथ इन्वेंटरी के दबाव को कम करना है. क्योंकि इस समय प्रोडक्शन ज्यादा होने के कारण कंपनियों की डीलरशिप पर एंट्री लेवल और कम बिकने वाली कारों के मॉडल्स का भारी स्टॉक हो गया है जिससे कंपनियां त्योहारी सीजन का फायदा उठाकर दोतरफा लाभ लेने की कोशिश में हैं, इससे उनकी इन्वेंटरी पर ज्यादा दबाव भी नही पड़ेगा और उनकी कम बिकने वाली और इंट्री लेवल की कारों की बिक्री में भी तेजी आएगी.
क्या हैं डिस्काउंट ऑफर्स के कारण
दरअसल पिछले कुछ समय से कारों के उत्पादन और बिक्री में असंगतता देखी गई है जिससे कंपनियों खुदरा बिक्री में कमी आई है जिससे कारों की इन्वेंटरी काफी बढ़ गई है.मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के मुताबिक, साल 2022 की शुरुआत में इस उद्योग की कुल इन्वेंटरी 120,000 यूनिट से बढ़कर 212,000 यूनिट हो गई है. दूसरी ओर ज्यादा बिकने वाली कारों की भी लगातार बुकिंग जारी है, जिसकी डिमांड को पूरा करने के लिए कंपनियों के लिए अपनी इन्वेंटरी से प्रेशर कम करना जरूरी हो गया है. कंपनियां अपनी हाई डिमांड वाली कारों पर कोई डिस्काउंट नहीं दे रहीं हैं.
सभी कंपनियां पेश कर रहीं हैं डिस्काउंट्स ऑफर
अपनी इन्वेंट्री से प्रेशर को कम करने के लिए मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा, रेनो जैसी कंपनियां भी हेवी डिस्काउंट ऑफर कर रही हैं. यह ऑफर्स आमतौर पर एंट्री-लेवल और कम बिकने वाले मॉडल्स की ज्यादा से ज्यादा बिक्री करने के लिए दिए जाते हैं.
विशेषज्ञों की क्या है राय
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोटिव डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी के मुताबिक, एंट्री लेवल की गाड़ियों की बिक्री में इजाफा सुधार देखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि, ‘अगस्त में भी हम इन्वेंट्री के स्तर की बढ़ती हुई स्थिति देखेंगे जिससे कम बिकने वाले मॉडल्स में भारी छूट देखने को मिलेगी.' FADA के अनुसार, इस साल जुलाई की खुदरा बिक्री में पिछले साल की अपेक्षा 4.6% की कमी दर्ज की गई है.