अंधविश्वास के भूतों का हाहाकार
मौत के बाद भटकती आत्मा...रूहों की एक ऐसी दुनिया...जहां रहते हैं खतरनाक भूत-प्रेत. और जब वही प्रेत किसी इंसान की जिंदगी में आ जाए तो मच जाता है हाहाकार...21 वीं सदी में ऐसी बातें आपको भले ही अधविश्वास की लगती हों...लेकिन आज भी ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है...जो ना सिर्फ भूत-प्रेत पर यकीन करते हैं..बल्कि जिंदगी के हर दुख-दर्द को भटकती आत्माओं का प्रकोप समझते हैं....सनसनी में आज हम आपको एक ऐसी ही जगह ले चलेंगे...जहां लगा है भूतों का मेला....वहां एक दो नहीं...हजारों लोगों का मजमा है...तंत्र-मंत्र का वार है. पाखंड का खेल हैं....और उसके साथ ही है अंधविश्वास के भूतों का हाहाकार...भूतों के इस मेले में जब सनसनी की टीम पहुंची तो चारों तरफ रात का अंधेरा था....चीखते-चिल्लाते लोग थे..लोगों के साथ उनके रिश्तेदार थे....और उन तमाम लोगों के सामने हो रहा था...तंत्र-मत्र और पाखंड का तिकड़म...भूतों के इस मेले में जितने भी तांत्रिक मौजूद थे...हर कोई खुद को सिद्ध विद्याओं का पारंगत बता रहा था. कोई भटकती आत्माओं का विशेषज्ञ था...तो किसी का कहना था वो जिद्दी भूतों और प्रेतों को भगाने वाला डॉक्टर है....





































