फाइव स्टार होटल में ट्राउट मछली की डिमांड पूरी कर रहा हिमाचल, इस बार हुआ रिकॉर्ड उत्पादन
Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में ट्राउट मछली उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है. साल 2023-24 में बढ़कर 1 हजार 388 मीट्रिक टन का आंकड़ा पार कर गया है.
Production of Trout in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में ट्राउट मछली के उत्पादन में पिछले साल के मुकाबले 15.70 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस बार हिमाचल प्रदेश में ट्राउट मछली के उत्पादन ने रिकॉर्ड बना लिया है. साल 2022-23 में ट्राउट मछली का उत्पादन 1 हजार 170.50 मीट्रिक टन था. यह उत्पादन साल 2023-24 में बढ़कर 1 हजार 388 मीट्रिक टन का आंकड़ा पार कर गया है. गौर हो कि साल 2021-22 में ट्राउट मछली का उत्पादन 913.50 मीट्रिक टन था.
बड़े शहरों के फाइव स्टार होटल में ट्राउट की डिमांड
हिमाचल प्रदेश के साथ लगते चंडीगढ़ और देश की राजधानी दिल्ली के फाइव स्टार होटल में ट्राउट की भारी डिमांड भी है. कल्लू और मंडी में हो रहे ट्राउट के उत्पादन से इस मांग को पूरा किया जा रहा है. इसके अलावा सिरमौर, शिमला, चंबा, किन्नौर और कुल्लू जिला में ट्राउट उत्पादन के लिए ट्रेनिंग भी दी जा रही है.
हिमाचल प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में नौ ट्राउट हैचरी (Trout Hatchery) और निजी क्षेत्र में छह ट्राउट हैचरी चल रही हैं. यह हैचरी मछली पालकों को उत्पादन के लिए बीज दे रही हैं.
मछली उत्पादन के लिए बनेगी नीति
हिमाचल में ट्राउट के रिकार्ड उत्पादन को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा- 'प्रदेश सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए काम कर रही है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को ज्यादा से ज्यादा फायदा हो. हिमाचल प्रदेश में हजारों परिवार अपनी अजीविका के लिए मछली पालन पर निर्भर हैं. राज्य सरकार प्रदेश में मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नीति बनाने जा रही है. इससे राज्य के मछुआरों की आर्थिकी मजबूत होगी'.
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्राउट का रिकॉर्ड उत्पादन मछुआरों की कड़ी मेहनत से हो सका है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मछुआरों को आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में भी काम कर रही है. नीति निर्धारण से इस योजना को मजबूती मिलेगी.
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