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Vikat Sankashti Chaturthi 2023: विकट संकष्टी चतुर्थी पर बन रहा है अति शुभ योग, इन उपायों से व्यापार में होगी तरक्की
Vikat Sankashti Chaturthi 2023: विकट संकष्टी चतुर्थी का व्रत 9 अप्रैल 2023 को है. इस बार संकष्टी चतुर्थी बहुत खास है. इस दिन कुछ खास उपाय करने से गणपति हर विघ्न को हर लेते हैं.
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विकट संकष्टी चतुर्थी 2023
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![वैशाख की विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि 09 अप्रैल 2023 को 09.35 से शुरू होकर 10 अप्रैल 2023 को सुबह 08.37 मिनट तक रहेगी. इस दिन बहुत शुभ योग बन रहा है. विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन सिद्धि योग 8 अप्रैल को रात 11.59 से 9 अप्रैल को रात 10.14 तक रहेगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/07/2317a1fa0a5c96d373366aacd20743c9992fd.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
वैशाख की विकट संकष्टी चतुर्थी तिथि 09 अप्रैल 2023 को 09.35 से शुरू होकर 10 अप्रैल 2023 को सुबह 08.37 मिनट तक रहेगी. इस दिन बहुत शुभ योग बन रहा है. विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन सिद्धि योग 8 अप्रैल को रात 11.59 से 9 अप्रैल को रात 10.14 तक रहेगा.
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![गौरी पुत्र गजानन को रिद्धि-सिद्धि का दाता कहा जाता है. ऐसे में विकट संकष्टी के दिन सिद्धि योग का होना व्रती के लिए शुभ फलदायी होगा. सिद्धि योग में गणेश जी की उपासना करने से हर कार्य में सफलता का वरदान मिलता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/07/bdce42f956ccf6f64c298ea15f2756c68e87f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
गौरी पुत्र गजानन को रिद्धि-सिद्धि का दाता कहा जाता है. ऐसे में विकट संकष्टी के दिन सिद्धि योग का होना व्रती के लिए शुभ फलदायी होगा. सिद्धि योग में गणेश जी की उपासना करने से हर कार्य में सफलता का वरदान मिलता है.
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![विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं और 'ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः' की 11 माला का जाप करें. मान्यता है इससे धन-संपत्ति के मामले कार्य सिद्ध होते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/07/2bbf107314b81a3227994f38e20f97e76410f.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं और 'ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः' की 11 माला का जाप करें. मान्यता है इससे धन-संपत्ति के मामले कार्य सिद्ध होते हैं.
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![संतान के बेहतर स्वास्थ और बौद्धिक विकास के लिए विकट संकष्टी चतुर्थी पर बप्पा को सिंदूर चढ़ाएं और फिर गणपति स्तोत्र का पाठ करें. पूजा के पश्चात गणेश को अर्पित किया सिंदूर से संतान को तिलक करें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/07/391d77b6e0860a8bf976396cd0cbd07895fd7.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
संतान के बेहतर स्वास्थ और बौद्धिक विकास के लिए विकट संकष्टी चतुर्थी पर बप्पा को सिंदूर चढ़ाएं और फिर गणपति स्तोत्र का पाठ करें. पूजा के पश्चात गणेश को अर्पित किया सिंदूर से संतान को तिलक करें.
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![मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन से श्रीगणेश पंचरत्न स्रोत का पाठ करना आरंभ करना चाहिए. इसका नित्य पाठ करने से स्वंय के घर की इच्छा रखने वालों की कामना जल्द पूरी होती.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/07/b4c43646f1442971636b9d92a6d8194cfe3d4.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
मान्यता है कि संकष्टी चतुर्थी के दिन से श्रीगणेश पंचरत्न स्रोत का पाठ करना आरंभ करना चाहिए. इसका नित्य पाठ करने से स्वंय के घर की इच्छा रखने वालों की कामना जल्द पूरी होती.
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![व्यापार में शत्रु कार्यों में बाधा डाल रहे हैं तो विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन तंत्रोक्त मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा का 108 बार जाप करें. गौरी पुत्र की मोदक का भोग लगाएं. मान्यता है इससे शत्रु शांत होते हैं और मंद पड़ा बिजनेस तरक्की करेगा.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/04/07/ebba4638eb0ef952a1082e14caf57f63762ca.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
व्यापार में शत्रु कार्यों में बाधा डाल रहे हैं तो विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन तंत्रोक्त मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा का 108 बार जाप करें. गौरी पुत्र की मोदक का भोग लगाएं. मान्यता है इससे शत्रु शांत होते हैं और मंद पड़ा बिजनेस तरक्की करेगा.
Published at : 08 Apr 2023 09:00 AM (IST)
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