साल 2024 में निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून को रखा जाएगा.



इस दिन सुबह उठकर व्रत का संकल्प लें.



सूर्यदेव को जल अर्पित करें.



इस दिन विष्णु जी को उनके प्रिय पीले फूल अर्पित करें.



उनके प्रिय मंत्रों का जाप करें.



विष्णु जी के साथ-साथ मां लक्ष्मी जी की भी आराधना करें.



निर्जला एकादशी का व्रत ज्येष्ठ माह में पड़ता है.



निर्जला एकादशी के दिन अन्न और जल ग्रहण नहीं करते.



गर्मी के समय में इस व्रत को रखना किसी तपस्या से कम नहीं होता है.



अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत का पारण किया जाता है.