Karnataka: 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाने पर बीजेपी कार्यकर्ता गिरफ्तार, मांड्या में की थी नारेबाजी
BJP Worker Arrested: पुलिस ने बताया कि दनायकनपुरा निवासी रवि को 4 मार्च की रात गिरफ्तार किया था. वह BJP का कार्यकर्ता है. दिसंबर 2022 में प्रदर्शन के दौरान उसने ये नारे लगाए थे.
Karnataka Police arrested BJP Worker: कर्नाटक के मांड्या में पुलिस ने विरोध प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है. मामला दिसंबर 2022 का है. इस शख्स पर आरोप है कि इसने विरोध-प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे. कर्नाटक के सीनियर पुलिस अफसरों ने मांड्या के दनायकनपुरा निवासी रवि की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि मांड्या पश्चिम पुलिस ने उसे सोमवार (4 मार्च 2024) की रात को हिरासत में लिया था. बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. वह भाजपा का कार्यकर्ता भी है.
कांग्रेस के कार्यकर्ता ने दी थी पुलिस में शिकायत
कन्नमबाड़ी कुमार नाम के एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने मांड्या में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान "पाकिस्तान जिंदाबाद" के नारे लगाने का आरोप लगाते हुए बीजेपी के कार्यकर्ता रवि के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायतकर्ता ने कहा था कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री की अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ मांड्या में भाजपा की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान समर्थक नारा लगाया गया. पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो जांच में पता चला कि भीड़ में मौजूद एक भाजपा कार्यकर्ता रवि ने कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे. इसी मामले में पुलिस ने अब इसे गिरफ्तार कर लिया है.
हाल ही में राज्यसभा चुनाव के दौरान भी लगे थे नारे
बता दें कि पिछले महीने कर्नाटक में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता सैयद नसीर हुसैन की जीत के बाद कुछ समर्थकों की तरफ से कर्नाटक विधानसभा में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने का आरोप लगा था. इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने हाल ही में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बेंगलुरु सेंट्रल डिवीजन के डीसीपी ने एक मीडिया रिलीज में कहा था कि एफएसएल रिपोर्ट, मौके से मिले सबूतों और गवाहों के बयानों के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. यह मामला सामने आने के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने आरोपों की सत्यता की जांच के लिए सरकारी फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला को जांच का आदेश दिया था. एफएसएल रिपोर्ट में पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने की बात सामने आई थी. इसके बाद ही गिरफ्तारी की गई.
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