पीएम मोदी ने नहीं दिया आरक्षण के खिलाफ बयान, वीडियो को काटकर गलत तरीके से किया जा रहा शेयर
यह आधा-अधूरा वीडियो है, जिसे मूल संदर्भ से हटाकर शेयर किया गया है. दरअसल उन्होंने यह बयान देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के हवाले से दिया था, न कि अपने विचार रखे थे.

निर्णय- असत्य
- यह एक आधा-अधूरा वीडियो है. पीएम मोदी ने आरक्षण के ख़िलाफ़ ये बयान नहीं दिया. दरअसल, वह जवाहरलाल नेहरू की चिट्ठी का हवाला देकर उन्हें कोट कर रहे थे.
दावा क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह संसद में आरक्षण पर टिप्पणी करते नज़र आ रहे हैं, कि उन्हें कोई भी आरक्षण पसंद नहीं है, ख़ासकर नौकरियों में. इस वीडियो के जरिए नरेंद्र मोदी को आरक्षण विरोधी बताकर उन पर निशाना साधा जा रहा है.
33 सेकंड की वायरल क्लिप में पीएम मोदी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता. और ख़ासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं. मैं ऐसे किसी भी कदम के ख़िलाफ़ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे…”
इस वीडियो को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट सुरेन्द्र राजपूत समेत तमाम एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फ़ेसबुक यूज़र ने शेयर किया है. सुरेन्द्र राजपूत के एक्स पोस्ट (आर्काइव लिंक) को अब तक दो लाख से ज़्यादा व्यूज़ मिल चुके हैं. इन वायरल पोस्ट के आर्काइव पोस्ट यहां, यहां और यहां देखे जा सकते हैं.

हालांकि, यह आधा-अधूरा वीडियो है, जिसे मूल संदर्भ से हटाकर शेयर किया गया है. दरअसल उन्होंने यह बयान देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु के हवाले से दिया था, न कि अपने विचार रखे थे.
सच क्या है?
जब हमने इस वीडियो के बारे में खोजबीन की, तो पाया कि पीएम मोदी द्वारा आरक्षण पर दिए गए इस भाषण को कई मीडिया आउटलेट्स में जगह दी गई है. इन रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पीएम मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा उस समय के मुख्यमंत्रियों को लिखे गए पत्र का ज़िक्र किया था और उसका अनुवादित वर्ज़न भी सुनाया था.
हमने संसद टीवी के यूट्यूब पर 7 फरवरी 2024 को अपलोड किया गया वीडियो देखा और पाया कि पीएम मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान राज्यसभा में भाषण दे रहे थे. अपने भाषण में वो विभिन्न मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते नज़र आये.
वीडियो में 29 मिनट की समयावधि पर पीएम मोदी आरक्षण के मुद्दे पर आते हैं और जवाहरलाल नेहरु द्वारा मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी का ज़िक्र करते हुए उसका अनुवाद पढ़ते हैं. वीडियो में 31 मिनट पर पीएम मोदी कहते हैं, "..यह देश के प्रधानमंत्री पंडित नेहरु जी द्वारा उस समय के देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी है. ऑन रिकॉर्ड है. मैं अनुवाद पढ़ता हूं. ‘मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता. और ख़ासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई नहीं. मैं ऐसे किसी भी कदम के ख़िलाफ़ हूं, जो अकुशलता को बढ़ावा दे, जो दोयम दर्जे की तरफ़ ले जाये.’ यह पंडित नेहरु द्वारा मुख्यमंत्रियों को लिखी हुई चिट्ठी है."
यहां स्पष्ट हो जाता है कि पीएम मोदी, जवाहरलाल नेहरु की चिट्ठी का ज़िक्र करते हुए उन्हें कोट कर रहे थे. वायरल वीडियो में जवाहरलाल नेहरु वाले को हिस्से को हटा दिया गया है, जिससे इसका मतलब बदल जाता है.
निर्णय
हमारी जांच से पुष्टि होती है कि वीडियो में पीएम मोदी आरक्षण पर अपने विचार व्यक्त नहीं कर रहे थे, बल्कि देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखे गए पत्र का एक अंश पढ़ रहे थे. इसलिए हम वायरल दावे को ग़लत मानते हैं.
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट पहले logicallyfacts.com पर छपी थी. स्पेशल अरेंजमेंट के साथ इस स्टोरी को एबीपी लाइव हिंदी में रिपब्लिश किया गया है. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन, कंटेंट और फोटो में बदलाव करके रिपोर्ट को रिपब्लिश किया है.
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