इंदौर में अब सरकारी दफ्तरों में देरी से जाना पड़ेगा महंगा, प्रशासन ने उठाया ये कदम
Indore News: इंदौर जिले में बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू होने जा रही है, जिसमें सभी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. समय पर न आने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी.
MP News: इंदौर जिले की ग्राम पंचायत से लेकर अस्पताल सहित प्रशासन के अधीन आने वाले सभी शासकीय भवनों में बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से कर्मचारी और अधिकारियों की हाजिरी दर्ज की जाएगी. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह निर्देश देते हुए इस पर कार्य शुरू करने के आदेश दे दिए हैं. इससे समय पर नहीं आने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को चिन्हित किया जाएगा.
सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों और अधिकारियों की लेटलतीफी की शिकायत कोई नई बात नहीं है. इस पर अंकुश लगाने के लिए इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बड़े कदम उठाने का दावा किया है. कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय में बायोमेट्रिक मशीन के जरिए सभी कर्मचारियों और अधिकारियों की उपस्थिति दर्ज की जाती है.
आम लोगों की होती है शिकायत
इसी प्रकार की मशीन जिले के सभी सरकारी स्कूल, अस्पताल और ग्राम पंचायत में लगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि शासकीय सेवकों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन के माध्यम से दर्ज की जा सके. कई बार आम लोगों की शिकायत होती है कि कर्मचारी और अधिकारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंचते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए आदेश जारी किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि निश्चित रूप से यदि कोई लगातार देरी से आता है तो उस पर नियम अनुसार कार्रवाई भी की जाएगी.
कॉलोनी की समस्या का निराकरण करने के लिए लगेगा शिविर
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं की कॉलोनियों की समस्या का समाधान करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा शिविर लगाया जाएगा. इस संबंध में भी आदेश जारी कर दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त पटवारी की लगातार मिल रही समयमान, क्रमोन्नति तथा अन्य समस्याओं के निदान के लिए तहसीलदारों को शिविर लगाने का आदेश दिए गए हैं.
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