By: एबीपी न्यूज वेब डेस्क | Updated at : 24 Oct 2016 09:44 PM (IST)
नई दिल्लीः सायरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया है. इस फैसले के बाद रतन टाटा को 4 महीने के लिए टाटा ग्रुप का अंतरिम चेयरमैन बनाया गया है. टाटा समूह के नए चेयरमैन की तलाश सेलेक्शन पैनल करेगा और नए चेयरमैन के आने तक रतन टाटा को अस्थाई पद पर नियुक्त किया गया है. आज आपको बताते हैं कि सायरस मिस्त्री कौन हैं और उनको टाटा समूह के चेयरमैन पद से हटाया जाना इतनी बड़ी खबर क्यों है??
टाटा समूह में कैसे बने चेयरमैन
टाटा समूह के इतिहास में पहली बार हुआ कि टाटा ग्रुप का चेयरमैन बनने वाला व्यक्ति टाटा घराने के बाहर की शख्सियत था. करीब 15 दशकों के इतिहास में सायरस मिस्त्री टाटा समूह के छठें चेयरमैन बनाए गए. टाटा ग्रुप की स्थापना 1868 में हुई थी. टाटा समूह 100 से भी अधिक बिजनेस क्षेत्रों में एक्टिव रहा है. रतन टाटा के पास जब कंपनी आई तब ग्रुप रेवेन्यू 6 अरब डॉलर था जिसे उन्होंनें 20 साल में 100 अरब डॉलर तक पहुंचा दिया. रतन टाटा ने 2012 में कंपनी की कमान जब सायरस को सौंपी तब तक कंपनी की हैसियत 100 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी थी. इससे पहले 2006 से सायरस कंपनी के एक बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के रूप में कार्यरत रहे थे. मिस्त्री 144 सालों टाटा समूह के छठे अध्यक्ष थे और बिना टाटा उपनाम वाले दूसरे अध्यक्ष थे.
एक आयरिश-इंडियन बिजनेसमैन सायरस मिस्त्री को रतन टाटा का करीबी माना जाता था. सायरस के पास आयरलैंड की नागरिकता है. माना जाता था कि रतन टाटा के साथ उनकी खूब जमती है. सायरस का मिजाज व व्यवहार रतन टाटा जैसा ही है जिसके चलते उन्हें टाटा समूह की विशाल जिम्मेदारी और ग्रुप की कमान सौंपी गई. रतन टाटा के उनको अपना काबिल उत्तराधिकारी मानने के बाद प्रतिष्ठित 'द इकोनॉमिस्ट' ने सायरस को भारत व ब्रिटेन का सबसे महत्वपूर्ण इंडस्ट्रियलिस्ट करार दिया. टाटा सन्स में डायरेक्टर के अलावा सायरस मिस्त्री टाटा एलक्सी और टाटा पावर में भी डायरेक्टर के तौर पर काम कर चुके हैं.
टाटा समूह से पहले का कार्यकाल
सायरस मिस्त्री के पिता पलोनजी मिस्त्री कंस्ट्रक्शन क्षेत्र की दिग्गज हस्ती हैं जो सालों तक भारत के 10 सबसे अमीर हस्तियों में शामिल रहे हैं. सायरस के दादा ने 1930 के दौरान टाटा संस के शेयर खरीदे थे जो हिस्सेदारी 2011 में पलोनजी मिस्त्री के पास बढ़कर 18.5 फीसदी तक जा पहुंची. ये उनकी पूरे टाटा ग्रुप में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. पहले सायरस मिस्त्री शापूरजी पालोनजी समूह के मैनेजिंग डायरेक्टर थे. सायरस पालोनजी मिस्त्री के छोटे बेटे हैं. मिस्त्री ने 1990 में लंदन की इंपीरियल कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया. 1997 में सायरस ने लंदन बिज़नेस स्कूल से मैनेजमेंट में एमएससी किया.
व्यक्तिगत जीवन प्रसिद्ध वकील इकबाल चागला की बेटी रोहिका से सायरस मिस्त्री ने शादी की और मुंबई के मालाबार हिल्स में सी-फेसिंग बंग्लो में सायरस मिसत्री का निवास है. यहां उनके पिता और बड़े भाई भी रहते हैं.
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