लालू यादव की सत्ता को चुनौती दे रहे हैं तेजप्रताप यादव?
मेरा दिल कोई बिहार की कुर्सी नहीं ....जिसपर आपकी हुकूमत चले.....
भक.......चुप रहो....बकलोल कहीं के...हमारे दिल को क्या समझे हो....जमालपुर जंक्शन... कि कोई भी कहीं से आए...ट्रेन पकडे....और कहीं निकल जाए....कान खोलकर सुन लो....ये लालू का घर है.....और यहां वही होगा...जो मेरी मर्जी होगी....ज्यादा..इश्कजादा बने....तो पार्टी और घर दोनों से मुक्का मारकर भगा देंगे.....एक दिन में ही प्यार का सारा भूत उतर जाएगा......
इ तो गजबे हो गया....प्यार का पंछी जरा सा फड़फडाया....और इसी बात पर लालू प्रसाद का पूरा परिवार बिदक गया....ऐसा बिदका कि पार्टी और परिवार दोनों से तेजू भैया को बाहर का रास्ता दिखा दिया....वही तेजू भैया...जो अपनी बीवी से किनारा कर प्यार की नैया पर संवार थे....तेजू भैया के दिल से इलू-इलू की जोरदार लहर उठ रही थी....और अब उसी लहर में डूब रही है उनकी नैया.....देखिए इश्कजादे की ये पिक्चर जिसके रिलीज के बाद से ही बिहार में मचा है बवाल....
ओके....गुड बाय...टाटा....लालू जी....ये क्या कर दिया आपने....इतने नेत-निम्मत से तेजप्रताप जैसा प्रतापी बेटा आपको मिला था....और उसके साथ ये सिला....लेकिन क्यों...इसलिए कि तेजू भैय़ा ने शहजादा सलीम की तरह प्यार किया है....अपनी हिडन अनारकली से वो मिलते रहे...और आपको हवा तक नहीं लगी....लालू जी....कहीं इसी बात से खफा होकर आप मुगलेआजम वाले शाहंशाह अकबर तो नहीं बन गए





































