श्मशान में 50 लाख का 'नकली मुर्दा' !
चिता सजाई जा चुकी थी... मुर्दे को मुखाग्नि देने की तैयारियां भी हो चुकी थी...लेकिन तभी श्मशान घाट में कुछ ऐसा हुआ-जिसने वहां हड़कंप मचा दिया...चिता के आसपास लोगों की भीड़ जुट गई... और देखते ही देखते वहां बवाल छिड़ गया...वो बवाल हुआ था-असली चिता पर रखे गए- नकली मुर्दे की वजह से...वो बवाल हुआ था-एक पुतले की वजह से, जिसकी मदद से गढ़मुक्तेश्वर के श्मशान घाट में नकली मुर्दा कांड को अंजाम देने की कोशिश की गई थी । असली चिता पर नकली 'मुर्दे की जिद'
मुखाग्नि से पहले नकली 'मुर्दे का बवाल' ! गढ़ मुक्तेशवर के श्मशान घाट में हुए नकली मुर्दा कांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी...चिता पर रखे पुतले को देखकर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया -और फिर देखते ही देखते वहां पुलिस भी पहुंच गई...पुलिसवालों ने उन लोगों को हिरासत में ले लिया- जो नकली मुर्दे का अंतिम संस्कार करने के लिए दिल्ली से गढ़ मुक्तेश्वर पहुंचे थे..वो दोनों हरियाणा की नंबर प्लेट वाली इस कार में सवार होकर आए थे-और जब कार की तलाशी ली गई- तो कार के अंदर कई पुतले रखे हुए थे ... वो पुतले ठीक वैसे ही थे...जैसा पुतला इस चिता के ऊपर रखा गया था... लेकिन इस पुतले यानी नकली मुर्दे की मुखाग्नि से पहले ही वहां बवाल मच गया थाचिता सजाई जा चुकी थी... मुर्दे को मुखाग्नि देने की तैयारियां भी हो चुकी थी...लेकिन तभी श्मशान घाट में कुछ ऐसा हुआ-जिसने वहां हड़कंप मचा दिया...चिता के आसपास लोगों की भीड़ जुट गई... और देखते ही देखते वहां बवाल छिड़ गया...वो बवाल हुआ था-असली चिता पर रखे गए- नकली मुर्दे की वजह से...वो बवाल हुआ था-एक पुतले की वजह से, जिसकी मदद से गढ़मुक्तेश्वर के श्मशान घाट में नकली मुर्दा कांड को अंजाम देने की कोशिश की गई थी । असली चिता पर नकली 'मुर्दे की जिद'
मुखाग्नि से पहले नकली 'मुर्दे का बवाल' ! गढ़ मुक्तेशवर के श्मशान घाट में हुए नकली मुर्दा कांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी...चिता पर रखे पुतले को देखकर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया -और फिर देखते ही देखते वहां पुलिस भी पहुंच गई...पुलिसवालों ने उन लोगों को हिरासत में ले लिया- जो नकली मुर्दे का अंतिम संस्कार करने के लिए दिल्ली से गढ़ मुक्तेश्वर पहुंचे थे..वो दोनों हरियाणा की नंबर प्लेट वाली इस कार में सवार होकर आए थे-और जब कार की तलाशी ली गई- तो कार के अंदर कई पुतले रखे हुए थे ... वो पुतले ठीक वैसे ही थे...जैसा पुतला इस चिता के ऊपर रखा गया था... लेकिन इस पुतले यानी नकली मुर्दे की मुखाग्नि से पहले ही वहां बवाल मच गया था





































