UP Politics: आजमगढ़ में स्वामी प्रसाद मौर्य को BJP कार्यकर्ताओं के विरोध का करना पड़ा सामना, जानिए आखिर क्या है मामला?
Azamgarh News: उन्होंने चेतावनी दी कि स्वामी प्रसाद मौर्य का हर स्तर पर विरोध आगे भी किया जाएगा. आजमगढ़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध पर सपा महासचिव की प्रतिक्रिया सामने आई है.
UP Politics: आजमगढ़ (Azamgarh) आगमन पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (SP Leader Swami Prasad Maurya) को विरोध का सामना करना पड़ा. बीजेपी जिलाध्यक्ष हरिवंश मिश्रा के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाकर मौर्य का पुतला दहन किया. मामला हिंदू धर्म ग्रंथ पर विवादित टिप्पणी का है. बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ हिंदू धार्मिक संगठनों ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध किया. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य वापस जाने के नारे लगाए.
स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला दहन
नारेबाजी के दौरान हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता काफी उग्र दिखे. उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं. बीजेपी जिला उपाध्यक्ष हरिवंश मिश्रा ने कहा कि कार्यकर्ताओं को स्वामी प्रसाद मौर्य के जिला आगमन की खबर थी. इसलिए उन्होंने रास्ता बदल दिया. हिंदू धर्म ग्रंथ पर अभद्र टिप्पणी से राम भक्तों में आक्रोश है. उन्होंने ईश्वर से स्वामी प्रसाद मौर्य को सद्बुद्धि देने की कामना की. बीजेपी नेता ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को समाज के लोग नेता नहीं मानते हैं.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया विरोध
उन्होंने अनपढ़ बताते हुए कहा कि कार्यक्रम में मौर्य समाज से जुड़े लोग नहीं पहुंचे हैं. सिर्फ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि स्वामी प्रसाद मौर्य का हर स्तर पर विरोध आगे भी किया जाएगा. आजमगढ़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं के विरोध पर सपा महासचिव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने दावा किया कि लोकप्रियता से डरी बीजेपी विरोध कर रही है. उन्होंने पुतला फुंकने और काला झंडा दिखाने का स्वागत किया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि विरोधियों का भी मैं स्वागत करता हूं. बता दें कि बद्रीनाथ मंदिर को भी स्वामी प्रसाद मौर्य बौद्ध मठ चुके हैं. उन्होंने सबूत के समर्थन में दस्तावेज पेश किया था. उन्होंने हर मस्जिद में मंदिर खोजने वालों पर निशाना साधते हुए कहा था कि मंदिर में बौद्ध मठ ढूंढने वालों के पास हजारों साक्ष्य मिल जाएंगे.