नवरात्रि पर मेरठ को मिली सौगात, 300 करोड़ के कूड़ा निस्तारण प्लांट पर NTPC और नगर निगम में करार
UP News: मेरठ नगर निगम और एनटीपीसी के बीच कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने को लेकर करार हुआ है. एनटीपीसी 300 करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाएगा.
Meertu News: मेरठ में फ्रेश कूड़े से जल्द निजात मिलने की उम्मीद जगने लगी है. मेरठ नगर निगम और एनटीपीसी के बीच कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाने को लेकर करार हुआ है. मेरठ नगर निगम के सभागार में महापौर हरिकांत अहलूवालिया की अध्यक्षता में नगरायुक्त सौरभ गंगवार और एनटीपीसी के जीएम अमित कुलश्रेष्ठ ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए. पूर्व नगरायुक्त अमित पाल शर्मा ने ही एनटीपीसी बोर्ड में इस प्रस्ताव को पास कराया था.
मेरठ के लिए कूड़ा सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है. एक तरफ कूड़े के पहाड़ हैं तो दूसरी तरफ हर रोज पैदा होने वाला परेशानी का सबब बना हुआ है. मेरठ नगर निगम की गांवडी में जमीन है और अब एनटीपीसी वहां पर 300 करोड़ रुपये की लागत से कूड़ा निस्तारण प्लांट लगाएगा. इस प्लांट का काम करीब दो साल में पूरा हो जाएगा. फिर फ्रेश वेस्ट का निस्तारण हर रोज होना भी शुरू हो जाएगा. हालांकि उम्मीद ये की जा रही है प्लांट 18 महीने में ही शुरू हो जाए और फ्रेश वेस्ट का निस्तारण होने लगेगा. एनटीपीसी के जीएम अमित कुलश्रेष्ठ ने बताया कि हम कूड़े से चारकोल बनाएंगे और फिर उससे कोल ब्रिक्स बनेंगी.
मेरठ में NTPC का होगा चौथा प्लांट
मेरठ नगर निगम में 90 वार्ड हैं और मेरठ में हर रोज 1200 मीट्रिक टन कूड़ा उत्सर्जित होता है और ये प्लांट 900 टीपीडी यानि टन प्रति दिन के हिसाब से कूड़े का निस्तारण करेगा और कोल बॉक्स बनाएगा. जो एनटीपीसी के प्लांट में काम आएंगे. हालांकि मेरठ नगर निगम को 20 करोड़ रुपये प्री प्रोसेसिंग प्लांट लगाने पर खर्च करने होंगे. एनटीपीसी के जीएम अमित कुलश्रेष्ठ ने बताया कि यूपी में बनारस, गोरखपुर और नोएडा के बाद मेरठ में एनटीपीसी का ये चौथा प्लांट होगा और नोएडा के जितना ही बड़ा ये प्लांट बनेगा.
मेरठ के पूर्व नगर आयुक्त अमित पाल शर्मा हमेशा ही ये कहते रहे कि एनटीपीसी से हमारा करार होने वाला है. तीन बार इस प्रस्ताव को एनटीपीसी ने ठुकरा दिया था, लेकिन पूर्व नगरायुक्त अमित पाल शर्मा ने अपने प्रयासों से हर गतिरोध को दूर किया. अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, फाइनेंस कंट्रोलर जितेन्द्र यादव और एसबीएम सेल प्रभारी मयंक मोहन को लगातार दिशा निर्देश देते रहे.
लखनउ और दिल्ली के अफसरों से बातचीत जारी रखकर एनटीपीसी के अधिकारियों से भी वार्ता करते रहे. आखिरकार पूर्व नगरायुक्त अमित पाल शर्मा ने एनटीपीसी के बोर्ड में इस प्रस्ताव को पारित कर दिया और तभी ये फाइनल हो गया था कि मेरठ में एनटीपीसी का प्लांट लगेगा. इसी दौरान उनका प्रयागराज प्राधिकरण में उपाध्यक्ष पद पर तबादला हो गया. मेरठ में बड़े कूड़ा निस्तारण प्लांट के लिए महापौर हरिकांत अहूवालिया ने भी पूरी ताकत झोंक रखी थी. उनकी कोशिशे कामयाब हुई. महापौर की अध्यक्षता में एनटीपीसी के जीएम अमित कुलश्रेष्ठ ने और नगरायुक्त सौरभ गंगवार ने एमओयू साइन कर लिया.
मेयर ने कहा- नवरात्र पर मिली बड़ी सौगात
महापौर हरिकांत अहूवालिया का कहना है कि पीएम मोदी और सीएम योगी ने नवरात्र में बड़ी सौगात दी है. पार्षदों को साथ लेकर हम आगे बढ़ेंगे और मेरठ शहर के लिए और भी बेहतर करेंगे. विकास की रफ्तार पर तेजी से आगे बढ़ रहे मेरठ में नई तकनीक का कूड़ा निस्तारण प्लांट न होना अभिशाप था. वहीं नगरायुक्त सौरभ गंगवार का कहना है कि इस प्लांट से फ्रेश वेस्ट का निस्तारण होगा, हम लोहियानगर कूड़ा निस्तारण प्लांट की क्षमता 300 से बढ़ाकर 600 मीट्रिक टन करने जा रहें हैं, ताकि कूड़े के पहाड़ खत्म होने पर भी काम हो. साथ ही और भी मेरठ के लिए बेहतर काम करेंगे.
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