Russia Ukraine War: 'बकरियों की तरह भाग गए रूसी', खेरसॉन से रूस के पीछे हटने पर यूक्रेनी नागरिकों ने मनाया जश्न
Ukraine News: रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि रूस के लिए खेरसॉन में जरूरी चीजों की आपूर्ति करना संभव नहीं रह गया था.
Russia Retreat from Kherson: यूक्रेन (Ukraine) के खेरसॉन (Kherson) के एक हिस्से से रूसी सेना (Russian Troops) पलायन कर गई है. रूसी सेना के जाने के बाद इलाके के लोग जश्न मना रहे हैं. नीले-पीले रंग के झंडे लहराकर देशभक्ति के गाने गाए जा रहे हैं.
यूक्रेन पर आक्रमण शुरू होने के समय से ही रूसियों का यहां कब्जा था. एक अंग्रेजी अखबार ऑब्जर्वर से एक स्थानीय शख्स ने कहा, ''व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने कहा था कि रूस यहां हमेशा रहेगा लेकिन आखिर में वे पांच मिनट नहीं टिके और बकरियों (Goats) की तरह भाग गए.''
क्यों भागे रूसी सैनिक?
एक और अखबार द गार्जियन ने एक शख्स के हवाले से लिखा, ''पुतिन हमें मारना चाहते थे. उन्होंने अपने ही देश को बर्बाद कर दिया. खेरसॉन से रूस की वापसी उसकी बहुत बड़ी हार है.''
माना जा रह है कि रूस के लिए खेरसॉन में जरूरी चीजों की आपूर्ति करना संभव नहीं रह गया था, इसलिए उसने कदम पीछे खींच लिए. रूसी जवानों के जाते ही पहले से चौकन्ने यूक्रेनी सैनिक उस क्षेत्र में घुस गए और स्थानीय लोगों ने इस आजादी के पहले घंटे में नीले-पीले रंग वाले झंडे फहराकर जश्न मनाया.
Tears, hugs, joy: look how deoccupied Kherson greeted Ukrainian soldiers.
— Anton Gerashchenko (@Gerashchenko_en) November 13, 2022
📷: Andrii Dubchak (Donbas Frontliner) for Radio Svoboda pic.twitter.com/uGHqox6k0i
शनिवार (12 नवंबर) को पुलिस, टीवी और रेडियो सेवाएं इस बंदरगाह शहर में लौट आईं. यह क्षेत्र रूस और क्रीमिया के बीच में एक भूमि पुल की तरह है. क्रीमिया प्रायद्वीप पर 2014 में मॉस्को में कब्जा कर लिया था.
रूसियों के जाने के बाद किस हालत में है शहर?
द गार्जियन कि रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने क्षेत्रीय प्रशासन की इमारत के बाहर अलाव जलाया और उसके चारों ओर नाचे, देशभक्ति के गीत गाए और Z-S-U का उच्चारण किया, जो कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों के शुरुआती अक्षर हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ लोगों ने खेरसॉन के खूब पसंद किए जाने फल तरबूज से सजे बैनर भी लहराए.
बताया जा रहा है कि जंग में तबाह हुए शहर को फिर से बसाना व्यवहारिक तौर पर उतना आसान नहीं है. समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में बिजली-पानी, दवाओं और भोजन की कमी है. एक अधिकारी ने बताया कि रूसी सैनिकों ने जब इस जगह को छोड़ा तो पानी की आपूर्ति अस्तित्व में ही नहीं थी.
'जंग जारी है'
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि खेरसॉन से भागने से पहले कब्जाधारियों ने सभी महत्वपूर्ण बुनियादी सुविधाएं- संचार, पानी की आपूर्ति, गरमाहट के साधन और बिजली को नष्ट कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, रूसी सैनिक निप्रो नदी के पूर्वी तट पर डेरा डाल रहे हैं. खेरसॉन का लगभग 70 फीसदी इलाका अब भी रूसी नियंत्रण में है. यूक्रेनी विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने कहा है कि यूक्रेन जमीन पर लड़ाई जीत रहा है लेकिन जंग जारी है.
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