Pakistan Imran Khan: इमरान खान की मुश्किलें नहीं हो रहीं कम! SC के फैसले के बाद चुनावी पिच पर बिना 'बल्ले' के उतरेगी PTI, जानें पूरा मामला
Pakistan News: PTI के चुनाव चिन्ह पर विवाद 22 दिसंबर को शुरू हुआ जब ECP ने 8 फरवरी के चुनाव के लिए पार्टी के अंतर-पार्टी चुनावों को खारिज करते हुए उसका चुनावी चिह्न छीन लिया.
Pakistan Imran Khan PTI Party Symbol: पाकिस्तान (Pakistan) के सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार (13 जनवरी) देर रात फैसला सुनाते हुए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के इंटर-पार्टी चुनावों को रद्द घोषित कर दिया. इसके अलावा उन्होंने पार्टी के चुनाव चिह्न बल्ले को भी अमान्य करार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद इमरान खान की पार्टी को करारा झटका लगा है.
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ECP) ने पेशावर उच्च न्यायालय (PHC) की दो सदस्यीय पीठ के फैसले को चुनौती दी थी. PHC ने बुधवार (10 जनवरी) को PTI पार्टी के चुनावों को वैध करते हुए बल्ले को उसके चुनाव चिह्न के रूप में बहाल कर दिया था. हालांकि, इस मामले के बाद सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश काजी फ़ैज़ ईसा, न्यायमूर्ति मुहम्मद अली मज़हर और न्यायमूर्ति मुसर्रत हिलाली की तीन सदस्यीय पीठ ने ECP की याचिका पर सुनवाई करते हुए शनिवार देर रात को फैसला सुरक्षित रख लिया.
ECP के फैसले को खारिज किया
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की तरफ से पढ़े गए फैसले में अदालत ने PHC के फैसले को रद्द कर दिया. इसके बाद उन्होंने ECP के फैसले को बहाल कर दिया. ECP ने हाल ही में PTI के अंतर-पार्टी चुनावों को अमान्य कर दिया था और पार्टी के चुनाव चिह्न बल्ले को अमान्य करार दे दिया था.
PTI के चुनाव चिह्न पर विवाद 22 दिसंबर को शुरू हुआ जब ECP ने 8 फरवरी के चुनाव के लिए पार्टी के अंतर-पार्टी चुनावों को खारिज करते हुए उसका चुनावी चिह्न छीन लिया. इसके बाद इमरान खान की पार्टी पेशावर उच्च न्यायालय का रुख किया. PHC ने 26 दिसंबर को एक अंतरिम आदेश के माध्यम से ECP के फैसले को खारिज कर दिया था.
PTI के अध्यक्ष ने निराशा जाहिर की
बल्ला पीटीआई का पारंपरिक प्रतीक है और ऐसा माना जाता है कि पार्टी को उसके प्रतिष्ठित प्रतीक से वंचित करने से, उसके उम्मीदवारों को अलग-अलग प्रतीकों पर चुनाव लड़ना होगा, जिससे चुनाव के दिन दूरदराज के इलाकों में पार्टी समर्थकों के बीच भ्रम पैदा होगा.