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चीतों के पुनर्वास पर राजनीति! मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताए 8 चीतों के नाम, पहले कांग्रेस ने 'प्रोजेक्ट चीता' पर ठोका था अपना दावा
Mallikarjun Kharge: भारत में लाए गए 8 चीतों पर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. पहले जयराम रमेश फिर कन्हैया कुमार और अब मल्लिकार्जुन खड़गे भी चीतों के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा है.
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Poltics On Cheetah: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपने जन्मदिन के दिन (17 सितंबर) पर नामीबिया से लाए गए चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. इन चीतों के आने से एक तरफ देश में खुशी थी तो दूसरी तरफ राजनीति भी शुरू हो गई. पहले कांग्रेस ने इन चीतों को लाने में अपनी भूमिका के बारे में बताया और अब कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने 8 चीतों के बहाने मोदी सरकार पर तंज कसा है.
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने ट्विटर पर लिखा, "मोदी सरकार की ओर से लाए किए गए 8 चीतों के नाम: 1) बेरोज़गारी 2) महंगाई 3) गरीबी 4) भुखमरी 5) सम्प्रदायिकता 6) नफ़रत 7) हिंसा 8) दमन और उन्हें भारत के लोगों पर खुला छोड़ दिया गया है."
मोदी सरकार द्वारा लाए किए गए 8 चीतों के नाम:
— Mallikarjun Kharge (@kharge) September 19, 2022
1) बेरोज़गारी
2) महँगाई
3) गरीबी
4) भुखमरी
5) सम्प्रदायिकता
6) नफ़रत
7) हिंसा
8) दमन
और उन्हें भारत के लोगों पर खुला छोड़ दिया गया है।
जयराम रमेश ने कही थी ये बात
आपको बता दें कि नामीबिया से लाए गए चीतों को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा, "पीएम शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं. चीता प्रोजेक्ट के लिए 25.04.2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का ज़िक्र तक न होना इसका ताज़ा उदाहरण है. आज पीएम ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया. ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और #BharatJodoYatra से ध्यान भटकाने का प्रयास है."
जयराम रमेश यहीं नहीं रुके, उन्होंने अगले ही ट्वीट में कहा, "2009-11 के दौरान जब बाघों को पहली बार पन्ना और सरिस्का में स्थानांतरित किया गया तब कई लोग आशंकाएं व्यक्त कर रहे थे. वे गलत साबित हुए. चीता प्रोजेक्ट पर भी उसी तरह की भविष्यवाणीयां की जा रही हैं. इसमें शामिल प्रोफेशनल्स बहुत अच्छे हैं. मैं इस प्रोजेक्ट के लिए शुभकामनाएं देता हूं!"
कांग्रेस ने 'प्रोजेक्ट जीता' पर ठोका था दावा
प्रोजेक्ट चीता को लेकर कांग्रेस पार्टी बीजेपी पर शुरू से आक्रामक रही है. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, प्रोजेक्ट चीता का प्रस्ताव 2008-09 में तैयार हुआ. मनमोहन सिंह जी की सरकार ने इसे स्वीकृति दी. अप्रैल 2010 में तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश अफ्रीका के चीता आउट रीच सेंटर गए. 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रोजेक्ट पर रोक लगाई, 2020 में रोक हटी. अब चीते आएंगे."
'प्रोजेक्ट चीता' का प्रस्ताव 2008-09 में तैयार हुआ।
— Congress (@INCIndia) September 16, 2022
मनमोहन सिंह जी की सरकार ने इसे स्वीकृति दी।
अप्रैल 2010 में तत्कालीन वन एवं पर्यावरण मंत्री @Jairam_Ramesh जी अफ्रीका के चीता आउट रीच सेंटर गए।
2013 में सुप्रीम कोर्ट ने प्रोजेक्ट पर रोक लगाई, 2020 में रोक हटी।
अब चीते आएंगे pic.twitter.com/W1oBZ950Pz
कन्हैया कुमार ने कसा तंज
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने भी चीतों के पुनर्वास पर अपनी प्रतिक्रिया दी और बीजेपी पर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "बोले थे कि लाएंगे विदेश से काला धन लाए हैं चीता!! यही झोल है इस सरकार का, चाहिए राशन, देंगे भाषण, चाहिए नौकरी, देंगे नौटंकी."
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