Mohamed Muizzu: मुइज्जू की अक्ल आई ठिकाने! इंडिया आउट के नारे पर मालदीव के राष्ट्रपति ने अब कही ये बात
Mohamed Muizzu Speech: दरअसल, इस साल की शुरुआत में उप युवा मंत्री मालशा शरीफ और मरियम शिउना ने सोशल मीडिया पोस्ट में मोदी के लिए गलत टिप्पणी की थी. इसके बाद दोनों को सस्पेंड किया गया था.
India Maldives Relation News: इस साल के शुरुआत में भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में आई खटास अब साल खत्म होने से पहले दूर होती दिख रही है. पिछले 1 महीने में दोनों देश के रिश्ते बेहतर हुए हैं. इसी कड़ी में अब मालदीव के राष्ट्रपति ने साल के शुरुआत में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मालदीव के 2 मंत्रियों की ओर से मजाक उड़ाए जाने की निंदा की है.
राष्ट्रपति मुइज्जू जिस इंडिया आउट नारे के सहारे मालदीव की सत्ता पर काबिज हुए थे, उन्होंने उससे भी किनारा कर लिया है. उन्होंने साफ किया है कि भारत विरोधी किसी भी एजेंडे को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा.
अगले महीने मुइज्जू का भारत दौरा
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की संभावित द्विपक्षीय यात्रा की तारीखों पर चर्चा चल रही है. सूत्रों के अनुसार, मुइज्जू अब अक्टूबर के दूसरे हफ्ते की शुरुआत में भारत आ सकते हैं. हालांकि, दोनों पक्ष अब भी सबसे सुविधाजनक उपलब्ध डेट पर काम करने की कोशिश कर रहे हैं. मालदीव के राष्ट्रपति की ओर से भारत के खिलाफ सार्वजनिक आलोचना को नरम करना उनकी यात्रा के लिए मंच तैयार कर रहा है.
किसी भी कीमत पर अपमान करना स्वीकार नहीं
मालदीव के अधाधु की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रिंसटन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ पब्लिक एंड इंटरनेशनल अफेयर्स के 'डीन लीडरशिप सीरीज' में एक बातचीत में मुइज्जू ने कहा कि उप-मंत्रियों की ओर से भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करना गलत था. किसी को भी ऐसा नहीं कहना चाहिए. मैंने इसके खिलाफ कार्रवाई की. मैं किसी का इस तरह अपमान करना स्वीकार नहीं करूंगा, चाहे वह नेता हो या कोई आम आदमी. हर इंसान की अपनी प्रतिष्ठा होती है.
दो मंत्रियों के बयान से शुरू हुआ था विवाद
इस साल की शुरुआत में, उप युवा मंत्री मालशा शरीफ और मरियम शिउना ने सोशल मीडिया पोस्ट में मोदी के लिए गलत टिप्पणी की थी. इस घटना के बाद दोनों को सस्पेंड कर दिया गया था, जिसके कारण मालदीव और भारत के बीच कूटनीतिक विवाद पैदा हो गया था. हालांकि, जिस दिन राष्ट्रपति मुइज्जू ने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए इस साल जून में भारत आने की घोषणा की, उसी दिन दोनों ने इस्तीफा दे दिया था.
मुइज्जू के बयान ने भी बढ़ाई थी टेंशन
भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के मुद्दे पर, मुइज़ू ने कहा, "हम कभी भी किसी एक देश के खिलाफ नहीं रहे हैं. भारत इससे बाहर नहीं है. मालदीव को अपनी धरती पर विदेशी सैन्य उपस्थिति के कारण गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा है. मालदीव के लोग देश में एक भी विदेशी सैनिक नहीं चाहते हैं." दरअसल, इस साल की शुरुआत में चीन की अपनी द्विपक्षीय यात्रा के बाद, मुइज्जू ने भारत का नाम लिए बिना उसे एक गुंडा कहकर निशाना बनाया था. उन्होंने कहा था, "हम भले ही एक छोटे देश हैं, लेकिन इससे आपको हमें धमकाने का लाइसेंस नहीं मिल जाता."
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