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सोनिया गांधी ने कोरोना को लेकर लोकसभा में सरकार को घेरा, मिड डे मील पर की ये मांग
सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार से आग्रह है कि वह मिड डे मील को तुरंत शुरू करे. लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत राशन दिया गया.
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज (बुधवार) लोकसभा में कोरोना को लेकर केंद्र सरकार को घेरा साथ ही उन्होंने फिर से मिड डे मील शुरू करने की अपील की. सोनिया गांधी ने कहा कि महामारी के बाद से हमारे देश के भविष्य यानी बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. स्कूल सबसे पहले बंद हुए और सबसे आखिर में खुले. इसी के साथ मिड डे मील की व्यवस्था बंद हो गई थी. सरकार से आग्रह है कि वह मिड डे मील को तुरंत शुरू करे. लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत राशन दिया गया.
सोनिया गांधी ने कहा कि बच्चों के लिए सूखा राशन और पका हुआ भोजन का कोई विकल्प नहीं था. यह सच है कि बच्चों के परिवारों को जीविकोपार्जन के लिए एक बड़े संकट का सामना करना पड़ा. ऐसा संकट पिछले कुछ वर्षों में पहले कभी नहीं आया था. जैसे-जैसे बच्चे स्कूलों में लौट रहे हैं, उन्हें और भी बेहतर पोषण की जरूरत है.
महामारी के बाद से हमारे देश के भविष्य यानी बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
— Congress (@INCIndia) March 23, 2022
स्कूल सबसे पहले बंद हुए और सबसे आखिर में खुले।
इसी के साथ मिड डे मील की व्यवस्था बंद हो गई थी।
मेरा सरकार से आग्रह है कि मिड डे मील को तुरंत शुरू करे : कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी pic.twitter.com/ikOIQKPh4g
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि आंगनवाड़ियों की मदद से तीन साल से कम उम्र के बच्चों के लिए और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी पके हुए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था होनी चाहिए. उन्होंने यह भी दावा किया कि पांच साल से कम आयु के बच्चे जो बेहद कमजोर हैं उनका प्रतिशत (संख्या) 2015-16 की तुलना में बढ़ गया है.
सोनिया गांधी बुधवार को लोकसभा में काफी एक्टिव दिखीं. वह न केवल अपनी ही पार्टी के सदस्यों को मार्शल कर रही थीं, बल्कि अन्य विपक्षी दलों के सांसदों को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करने के लिए प्रश्नकाल में भाग लेने से बचने का निर्देश भी देती नजर आईं.
सोनिया गांधी असामान्य रूप से अधिक सक्रिय थी और प्रश्नकाल के दौरान पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ विपक्ष के विरोध का नेतृत्व किया.
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