Continues below advertisement
अंशुल पांडेय
मुंबई के रहने वाले अंशुल पांडेय धार्मिक और अध्यात्मिक विषयों के जानकार हैं. 'द ऑथेंटिक कॉंसेप्ट ऑफ शिवा' के लेखक अंशुल के सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म और समाचार पत्रों में लिखते रहते हैं. सनातन धर्म पर इनका विशेष अध्ययन है. पौराणिक ग्रंथ, वेद, शास्त्रों में इनकी विशेष रूचि है, अपने लेखन के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रहें.
Continues below advertisement

टॉप स्टोरीज फ्रॉम ऑथर

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा, जानिए कथा, मंत्र और महत्व
पितरों के लिए खास दिन है अमावस्या, जानिए चैत्र अमावस्या का महत्व
Holi 2024: क्या रंग-गुलाल खेलना और भांग-दारू पीना शास्त्रों में वर्णित है, जानिए होली पर्व से जुड़े शास्त्रीय प्रमाण
होली के दिन लगा है चंद्र ग्रहण, जानिए शास्त्रों में चंद्र ग्रहण के बारे में क्या कहा गया है
होलिका दहन से जुड़ी लोक परंपराएं कब और कैसे शुरू हुई, जानिए पौराणिक और वैदिक इतिहास
आमलकी एकादशी का क्या है महत्व, जानिए शास्त्रों के अनुसार
शिव कौन हैं, महा का अर्थ क्या है, व्रत-उद्यापन कैसे करें, महाशिवरात्रि से जुड़े सभी प्रश्नों का जवाब मिलेगा इस लेख में
भगवान शिव हैं योग के आदि प्रवर्तक, शास्त्रों के अनुसार जानिए इतिहास और महत्व
विचित्र होते हुए भी अनोखा है भगवान शिव का परिवार, शास्त्रों में शिव परिवार का है सुंदर वर्णन
शिव जी वासुकी नाग को अपने कंठ में क्यों धारण करते हैं, जानिए रहस्य
शिवजी अपने शीश पर चंद्रमा क्यों धारण करते है, जानिए इसका रहस्य
शिव और आधुनिक अर्थशास्त्र की प्रासंगिकता, जानिए शिव से कैसे लें अर्थशास्त्र का ज्ञान?
भगवान कृष्ण ने एक साथ किया अर्जुन और हनुमान जी का अभिमान भंग, जानिए कैसे
बसंत पंचमी के साथ ऋतुराज वसंत का आगमन, जानिए कैसे करें देवी सरस्वती की पूजा
माघ मास की गणेश जयंती क्यों है खास, जानिए माघी गणपति का शास्त्रीय स्वरूप
मौनी अमावस्या आज, जानिए इस विशेष दिन के महत्व का शास्त्रीय आधार
लाक्षागृह का निर्माण किन वस्तुओं से हुआ था, जानिए शास्त्रीय प्रमाण
अंतिम संस्कार के लिए शव को ले जाते समय 'राम नाम सत्य है' क्यों कहते हैं, क्या यह उद्घोष शस्त्रों में वर्णित है?
तुलसीदास की रामचरितमानस इतनी प्रसिद्ध क्यों हैं, शास्त्रानुसार जानिए इसकी लोकप्रियता का कारण
 रामराज्य कहां तक फैला था, शास्त्रानुसार जानिए रामराज्य की भौगोलिक सीमाएं 
भगवान राम ने यमराज से बचाए अपने मंत्री सुमंत्र के प्राण और दिया 9 दिन का जीवन दान, पढ़िए ये रोचक कहानी
रामायण काल में कैसी थी अर्थव्यवस्था और कैसे पेश होता था बजट? जानकर हो जाएंगे हैरान
त्याग और भ्रातः प्रेम की मूर्ति हैं रामायण के 'भरत', भरत का एक ही मंत्र था मेरे तो राम दूसरा न कोई..
Continues below advertisement
Sponsored Links by Taboola