इन लोगों को रोडवेज बसों में मिलेगी मुफ्त यात्रा, नहीं देना पड़ेगा किराया, सरकार ने दिये निर्देश
UTC Bus Pass to Indian Army: उत्तराखंड सरकार ने शहीद सैनिकों के त्याग और बलिदान को सम्मान देने के उद्देश्य से विशेष द्वार बनाने का ऐलान किया है. इसी तरह अब उन्हें बसों में यात्रा पर भी छूट दी जाएगी.
Uttarakhand News Today: उत्तराखंड सरकार शहीद सैनिकों के परिजनों को राज्य परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने की तैयारी कर रही है. सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने सैनिक कल्याण विभाग की एक बैठक में अधिकारियों को इस संबंध में प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
यह कदम उन परिवारों के सम्मान में उठाया जा रहा है जिन्होंने अपने प्रियजनों को देश की सुरक्षा के लिए खोया है. मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि वर्तमान में वीरता पदक धारक सैनिकों को राज्य परिवहन निगम की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा दी जा रही है.
30 सैनिकों मुफ्त पास जारी
गणेश जोशी ने कहा कि इस सुविधा का विस्तार अब शहीद सैनिकों के परिजनों तक किया जाएगा, जिससे उन्हें भी सम्मान के साथ समाज में विशेष दर्जा मिल सके. बैठक में बताया गया कि राज्य के वीरता पदक धारक 30 सैनिकों को पहले ही मुफ्त यात्रा पास जारी किया जा चुका है.
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि संविदा कर्मचारियों को उपनल कर्मियों की तरह अवकाश प्रदान करने के प्रस्ताव को भी कैबिनेट में प्रस्तुत किया जाएगा. यह प्रस्ताव सरकारी कर्मचारियों को बेहतर कार्य सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया जा रहा है.
अधिकारियों ने यह भी सूचित किया कि सेवारत सैनिकों, पूर्व सैनिकों, विधवाओं और आश्रितों को सेना, अर्ध सैनिक बलों और पुलिस भर्ती में प्रशिक्षण के दौरान भोजन व्यवस्था के लिए धनराशि को 80 रुपये से बढ़ाकर 225 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है. इससे इन सैनिक परिवारों की आर्थिक मदद और बेहतर ढंग से होगी.
शहीदों सैनिकों की याद में स्मारक द्वार
इसके अलावा प्रदेश में शहीदों के सम्मान में अलग-अलग स्थानों पर शहीद द्वार का निर्माण भी किया जाएगा. चमोली जिले में लांसनायक रघुवीर सिंह, सिपाही सूरज सिंह तोपाल और महावीर चक्र विजेता अनुसूया प्रसाद के नाम पर द्वार का निर्माण किया जाएगा.
इसी क्रम में उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलों में भी शहीदों के नाम पर द्वार बनाए जाएंगे, जिससे आने वाली पीढ़ियां इन वीर सैनिकों के बलिदान को हमेशा याद रख सकें. इस फैसले से राज्य में शहीद सैनिकों के परिवारों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उनके बलिदान को समाज में उच्च सम्मान भी प्राप्त होगा.
बैठख में ये अधिकारी रहे मौजूद
सैनिक कल्याण मंत्री ने सैन्य धाम के निर्माण कार्यों पर भी चर्चा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. बैठक में सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, सैनिक कल्याण निदेशक ब्रिगेडियर अमृतलाल, उप निदेशक कर्नल एमएस जोधा, उप निदेशक देवेंद्र कुमार समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे.
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