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DM e-कॉन्क्लेव: उन्नाव के डीएम बोले- शवों के गंगा में बहने की बात गलत, जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं
उन्नाव के डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि हमारे पास अतिरिक्त ऑक्सीजन भी उपलब्ध है. दवाइयों की कमी और कालाबाजारी पर भी हमारी विशेष नजर है.
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DM e-कॉन्क्लेव में मैनपुरी के डीएम महेंद्र बहादुर के बाद उन्नाव के डीएम रविंद्र कुमार जुड़े हैं. रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्नाव, कानपुर और लखनऊ के बीच में पड़ने वाला जिला है. लोग अपने काम के लिए इन दो जिलों में जाते हैं या फिर इन जिलों से लोग उन्नाव में आते हैं. इसे देखते हुए हमने विशेष तैयारियां की हैं.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर हमने जिले में टीम 9 का गठन किया है, जिसमें जिले के वरिष्ठ अधिकारी हैं. हम लोग रोज सुबह बैठक करते हैं और दिनभर किस दिशा में काम करना है, यह तय करते हैं. होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए हम गूगल अर्थ की मदद ले रहे हैं. गूगल आईसोलेशल की मदद से हम देख सकते हैं कि कौन सा मरीज कहां आईसोलेशन में है. इसके साथ ही उन्नाव जिले में हम रोज सुबह योग की क्लास भी चला रहे हैं. जिसका ऑनलाइन लिंक शेयर किया जाता है. यह आम जनता के लिए भी खुला है.
"ऑक्सीजन की कमी नहीं"
ऑक्सीजन को लेकर भी हमने विशेष तैयारियां की हैं. इसके साथ ही एक भी दिन ऐसा नहीं आया कि जब ऑक्सीजन की कमी हुई हो. अभी हमारे पास अतिरिक्त ऑक्सीजन भी उपलब्ध है. दवाइयों की कमी और कालाबाजारी पर भी हमारी विशेष नजर है. हमने मेडिकल स्टोर वालों से बात करते जरूरी दवाइयों के दाम भी तय करवा दिए हैं. इसके साथ ही मरीज में लक्षण दिखने के साथ ही हम दवाई देकर उसका इलाज शुरू कर देते हैं.
"एक भी शव नदी में नहीं मिला"
उन्होंने दावा किया कि उन्नाव में एक भी शव बहता हुआ नहीं मिला है. उन्नाव के कई घाटों पर परंपरागत तरीके से शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. लोग अपनी आस्था के आधार पर अविवाहित या बच्चों के शवों पर दफना देते हैं. लेकिन स्पष्ट करना जरूरी है कि किसी भी नए स्थल पर शवों को नहीं दफनाया जा रहा है.
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