कांग्रेस और सपा में दरार! अखिलेश यादव के बयान से मिले संकेत
UP Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक बयान में लखनऊ से दिल्ली तक की सियासत के शांत पानी में हलचल ला दी है.
UP Lok Sabha Chunav 2024: उत्तर प्रदेश में अब सिर्फ 3 चरणों के चुनाव बाकी हैं लेकिन जैसे-जैसे चुनावी रेस फिनिशिंग लाइन की तरफ बढ़ रही है इसकी रफ्तार तेज होती जा रही है. विरोधियों के खिलाफ हर मुद्दे को भुनाने के लिए ..जमीन आसमान एक किया जा रहा है. इन सबके बीच इंडिया गठबंधन के भीतर 'राहुल बनेंगे पीएम' की चर्चा चल रही है. सबसे पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज भूपेश पटेल ने रायबरेली में जनता के बीच ऐसा बयान दिया.
उन्होंने कहा कि - इस लोकसभा से आप सांसद नहीं बल्कि प्रधानमंत्री चुन रहे हैं - इस पर सियासत गरमा गई। लेकिन खुद इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की पार्टनर समाजवादी पार्टी..ऐसी चर्चाओं से दूर रहना चाहती है. लखनऊ में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे संग प्रेस वार्ता कर रहे सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से पीएम पद पर राहुल की दावेदारी वाला सवाल पूछा गया तो वे इससे बार-बार किनारा करते दिखे.
भूपेश बघेल ने क्या कहा था?
भूपेश बघेल ने बीते दिनों कहा था कि लोकसभा सदस्य नहीं चुन रहे..और इंदिरा जी के बाद अब अवसर आया है कि आप इस लोकसभा से आप सांसद नहीं बल्कि प्रधानमंत्री चुन रहे हैं. भूपेश बघेल ने जब रायबरेली की जनता के बीच ये बातें कही तो वहां कांग्रेस समर्थकों ने तालियां बजाई लेकिन छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और रायबरेली में कांग्रेस के पर्यवेक्षक...बघेल का ये बयान दिल्ली से लखनऊ तक चर्चा में आ गया.
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लखनऊ में इंडिया गठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे साथ बैठे थे. इसी दौरान अखिलेश से सीधा सवाल किया गया कि इंडिया गठबंधन रायबरेली से क्या प्रधानमंत्री दिल्ली भेजेगा ?
अखिलेश ने क्या कहा?
इस सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हम अपनी कोई रणनीति आपको नहीं बताएंगे भाई, किस बूथ पर बीजेपी हार रही है हम क्यों बात बता दें इनको. उसमें भी कोई नहीं बताएंगे ये हमारी रणनीति का पार्ट है. सवाल सीधा था लेकिन अखिलेश ने इस सीधे सवाल को अलग टर्न दे दिया.
अब सवाल पूछा जा रहा है कि क्या अखिलेश यादव गठबंधन के भीतर राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी पर वाकई खुलकर कुछ कहना नहीं चाहते या फिर राहुल गांधी को गठबंधन की तरफ से पीएम पद का दावेदार बताया जाना उन्हें कबूल नहीं है. उन्होंने इस पर ऐसा कुछ नहीं कहा जो सपाट जवाब माना जाए या फिर जिसके कई मतलब निकला जाएं. लेकिन बीजेपी ने भूपेश बघेल के बयान को बड़ा मुद्दा बना लिया है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की रायबरेली से कोई भी रिश्तेदारी नहीं है ये सिर्फ रिश्तेदारी का ढोंग कर रहे हैं. कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी अमेठी से हारने के बाद अब रायबरेली भी हारेंगे.
कांग्रेस चल रही इमोशनल कार्ड?
दरअसल रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस पार्टी एक के बाद एक लगातार इमोशनल कार्ड चल रही. चुनावी सभाओं में खुद प्रियंका गांधी वाड्रा से लेकर मल्लिकार्जुन खरगे तक इन संसदीय क्षेत्रों में नेहरू गांधी परिवार के इतिहास के पन्ने पलट रहे हैं.
साफ है कि भले ही अखिलेश यादव अपनी तरफ से..राहुल गांधी की पीएम पद की दावेदारी पर जवाब से बच रहे हों लेकिन रायबरेली की जनता के बीच इशारों में कांग्रेस वो तमाम संदेश पहुंचा रही है जिसका जिक्र कर भूपेश बघेल सुर्खियों में हैं.