UP Politics: Ramgopal Yadav की चिट्ठी पर Shivpal Yadav ने उठाए सवाल, Azam Khan का नाम लेकर पूछा- लड़ाई अधूरी क्यों?
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) विधायक शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) की चिट्ठी पर सवाल उठाए हैं.
UP News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) विधायक और प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने मंगलवार को सपा के महासचिव रामगोपाल यादव (Ram Gopal Yadav) के एक पत्र का हवाला देते हुए सवाल उठाया है कि न्याय की यह लड़ाई अधूरी क्यों है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने राम गोपाल यादव के पैड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को संबोधित पत्र ट्विटर पर साझा करते हुए सवाल उठाया, '' न्याय की यह लड़ाई अधूरी क्यों है. आजम खान (Azam Khan) साहब, नाहिद हसन (Nahid Hasan), शहजिल इस्लाम (Shazil Islam) और अन्य कार्यकर्ताओं के लिए क्यों नहीं.''
रामपुर से दस बार के विधायक आजम खान समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं. वे विभिन्न आपराधिक मामलों में 27 माह बाद जेल से जमानत पर मई में रिहा हुए. कैराना के सपा विधायक नाहिद हसन आपराधिक मामलों में जेल में बंद हैं. जबकि बरेली जिले के विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप पर प्रशासन का बुलडोजर चल चुका है.
सपा ने किया था ट्वीट
गौरतलब है कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की थी. बाद में सपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ''आज सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री से लखनऊ में मुलाकात की. प्रदेशभर में पिछड़ों और मुसलमानों पर एकतरफा फर्जी मुकदमे दर्ज कर उनके उत्पीड़न के संदर्भ में बात की. फर्जी मुकदमों को वापस ले सरकार.''
शिवपाल यादव ने मंगलवार को राम गोपाल यादव का मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र ट्विटर पर साझा किया, जिसमें एटा के सपा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके भाई पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह पर पुलिस द्वारा लगाए गए मुकदमों और उत्पीड़नात्मक कार्रवाई की निष्पक्ष जांच की मांग सपा महासचिव की ओर से की गई है.
लगातार उठा रहे सवाल
बता दें कि बीते दिनों में शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव लगातार सवाल उठाते रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव की पसंद के विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के विरोध वोट किया था. उन्होंने एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया जो भारी मतों से चुनाव जीत गईं. इसके बाद सपा ने एक पत्र जारी कर शिवपाल सिंह यादव को कहीं भी जाने के लिए आजाद कर दिया.
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