(Source: ECI / CVoter)
Hanuman Jayanti: जयंती पर बजरंग बली का हुआ ऐसा श्रृंगार कि देखने वाले रह गए दंग, जानें- खास बात
Prayagraj News: प्रयागराज में संगम तट पर स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर (Hanuman Temple) में भी हनुमान जयन्ती श्रद्धापूर्वक मनाई जा रही है. इस मौके पर पूरे मंदिर परिसर को खूबसूरती से सजाया गया है.
Prayagraj Hanuman Jayanti: देश के ज़्यादातर हिस्सों में पवनपुत्र हनुमान की जयंती (Hanuman Jayanti) चैत्र पूर्णिमा को मनाई जाती है, लेकिन संगम के शहर प्रयागराज (Prayagraj) में बजरंग बली का अवतरण दिवस नरक चतुर्दशी यानी छोटी दीपावली को मनाया जाता है. प्रयागराज में आज संगम तट पर स्थित लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर (Hanuman Temple) में भी हनुमान जयन्ती श्रद्धापूर्वक मनाई जा रही है. इस मौके पर पूरे मंदिर परिसर को खूबसूरती से सजाया गया है तो साथ ही बजरंग बली की लेटी हुई प्रतिमा का भव्य श्रृंगार किया गया है. हनुमान जयंती पर यहां शाम को बजरंग बली की विशेष आरती व पूजा-अर्चना की गई और साथ ही उन्हें छप्पन तरह के व्यंजनों का भोग भी लगाया गया.
उमड़ा भक्तों का हुजूम
इस मौके पर पवन पुत्र के दर्शन और उनकी पूजा-अर्चना के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ा हुआ है. दुनिया का यह इकलौता ऐसा मंदिर है जहां बजरंग बली आराम की मुद्रा में लेटकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं. श्रद्धालु यहाँ बजरंग बली की लेटी हुई प्रतिमा का दर्शन पूजन करते हैं और उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इस ख़ास मौके पर बजरंग बली से देश और दुनिया को कोरोना की महामारी से मुक्त किये जाने की कामना भी की गई.
ये है मान्यता
इस बार की हनुमान जयंती पर मंदिर में आए श्रद्धालुओं में से कोई निरोग होने का आशीर्वाद मांग रहा है तो कोई बलशाली होने और कोई अपने विवाह व सम्पन्नता का. दुनिया में अपनी तरह के इस इस अनूठे मंदिर के साथ रामभक्त हनुमान के पुनर्जन्म की वह कथा जुडी हुई है, जिसमे बजरंग बली लंका युद्ध के दौरान बुरी तरह ज़ख़्मी हो गए थे और यहीं संगम किनारे बेहोश होकर लेट गए थे. मान्यता है कि उस वक्त माता सीता ने अपने सिंदूर का दान देकर उन्हें नया जीवन दिया था. बजरंग बली की यह लेटी हुई मूर्ति पवनपुत्र हनुमान द्वारा पाताल लोक के राजा अहिरावण का वध कर अपने आराध्य भगवान राम और लक्ष्मण का जीवन बचाने से भी जुड़ी हुई है.
मंदिर को खूबसूरती से सजाया गया
हनुमान जयंती पर मंदिर को फूलों और फलों से ख़ूबसूरती से सजाया गया है. सजावट के लिए कोलकाता और वाराणसी से कई क्विंटल फूल मंगाए गए हैं. मंदिर कैंपस में जगह-जगह भजन कीर्तन और हनुमान चालीसा के पाठ चल रहे हैं. दूर-दूर से भक्त निशान चढाने के लिए भी आ रहे हैं. मंदिर में हनुमान जयंती के सभी कार्यक्रम बाघंबरी मठ के नए महंत बलबीर गिरि की अगुवाई में हुए. महंत बलबीर गिरि ने शाम को विशेष आरती की, इस मौके पर उन्होंने बजरंग बली के सभी भक्तों को दीपोत्सव की शुभकामनाएं भी दी.
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