कुशीनगर: पत्नी ने खर्चा मांगा तो फोन पर दिया तीन तलाक, पुलिस ने मुकदमा किया दर्ज
कुशीनगर में तीन तलाक का मामला सामने आया है। पति ने पत्नी के तीन तलाक सिर्फ इसलिये दे दिया, क्योंकि पत्नी ने अपने लिये खर्चा मांग लिया था। इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
कुशीनगर, एबीपी गंगा। एक तरफ जहां देश में तीन तलाक पर कानून बन गया है तो वहीं दूसरी ओर कुशीनगर में एक शौहर ने अपनी पत्नी को तीन तलाक सिर्फ इसलिए दे दिया क्योंकि उसने अपने शौहर से खर्चा मांग लिया था। सऊदी अरब में रह रहे शौहर ने फोन पर ही तीन बार तलाक कहकर तलाक दे दिया। तलाक का नाम सुनते ही महिला पर मानो वज्रपात हो गया। इसके बाद गांव में हुई पंचायत में मामले को सुलझाने के बजाय तलाकशुदा महिला की कीमत डेढ़ लाख रुपए रुपया लगाकर ससुर ने घर से निकाल दिया।
बेटी को तीन तलाक मिलने से पूरा परिवार सदमे में है। परिवार अब यह नहीं समझ पा रहा है की अब उनकी बेटी का क्या होगा। इस उम्र में उसकी शादी कैसे होगी यह सोचकर मां परेशान है तो पिता सदमे में हैं। तीन तलाक कानून बनने के बाद जिले का यह पहला वाकया है। परेशान परिजनों ने नेबुआ नौरंगिया थाने में गुहार लगाई जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दिया है ।
खड्डा थाने के जखिनिया गांव के रहने वाले अहमद अली ने अपनी बेटी फातमा खातून का निकाह शोभा छपरा निवासी तराबुद्दीन अंसारी के साथ बड़े धूम धाम से किया था। 2014 में हुए निकाह के बाद फातमा का शौहर तराबुद्दीन 6 माह तक साथ रहने के बाद सऊदी अरब चला गया।सऊदी अरब जाने के बाद तराबुद्दीन का मिजाज बदल गया वह घर फोन भी करता तो फातिमा से बात नहीं करता था। इस बीच फातिमा ने खुद फोन करके कई बार बातचीत किया। शौहर के फोन ना करने और ससुरालियों से प्रताड़ित फातमा अपने मां बाप के घर आ गई लेकिन यहां भी उसे चैन नहीं मिला एक बार फिर वह शौहर के घर चली गई। धीरे-धीरे छह साल बीत गये लेकिन उसको कोई औलाद नहीं हुई। इसके बाद फातमा का शौहर तराबुद्दीन सऊदी से वापस आ गया। अपने शौहर के आने के बाद तो फातमा के खुशियों का ठिकाना नहीं रहा उसे लगा कि अब उसके सारे गम दूर हो जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसने अपने शौहर से जिस प्यार भरे लहजे की दरकार थी वह उसे नहीं मिला बल्कि उसे दुत्कार ही मिला। छह सालों से पैसे-पैसे की मोहताज फातमा ने अपने शौहर से खर्चा देने की मांग की तो वह आग बबूला हो गया, उसने फातमा से रिश्ता खत्म करने की बात कह दी।
जब फातमा के घरवालों को यह जानकारी हुई तो गांव में पंचायत हुई तो उसने फातमा को रखने लिए मंज़ूर कर लिया...भले ही तराबुद्दीन ने फातमा को साथ रखने के लिए राजी हो गया था लेकिन उसका मिजाज तल्ख ही रहा इसका अंजाम यह हुआ कि तीन साल के लिए आया तराबुद्दीन एक साल के भीतर वीजा लेकर फिर से सऊदी चला गया। सऊदी जाने के बाद तो तराबुद्दीन फातमा को भूल ही गया इधर फातमा किसी तरह अपना दिन काट रही थी। इसी बीच फातमा के शौहर तराबुद्दीन ने अपने पिता के मोबाइल पर फोन करके फातमा से बात कराने की बात कहीं। फातमा ने जैसे ही कान से मोबाइल लगाया तराबुद्दीन ने उससे रिश्ता समाप्त करते हुए तीन तलाक दे दिया ..तीन बार तलाक़ सुनने के बाद मानों फातमा पर वज्रपात हो गया ।
तीन तलाक मिलने के उसने अपने मां बाप से सारी बात कही जिसके बाद गांव में पंचायत बैठी। भरी पंचायत में फातमा के मामले को सुलझाने के बजाय तीन तलाक पीड़िता की कीमत डेढ़ लाख रुपया तय किया गया। तराबुद्दीन अंसारी के पिता ने डेढ़ लाख रुपया देकर फातमा को देकर घर से निकाल भी दिया...फातमा की मां और भाइयों का कहना है कि डेढ़ लाख रुपए में उसकी बेटी और बहन का क्या होगा उसकी जिदंगी कैसे कटेगी।
तलाक मिलने के बाद फातमा के परिजन पुलिस के पास गए जहां उन्हें न्याय की आस जगी है। पुलिस में केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है । सीओ खड्डा नवीन कुमार नायक ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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