मौसमी बीमारियों का प्रकोप, आरबीएम अस्पताल में आउटडोर मरीज दो हजार के पार, जानें कैसे बचें?
Bharatpur News: मौसम में उतार चढ़ाव के साथ वायरल बुखार, जुकाम-खांसी का जोखिम बढ़ गया है. भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में मरीज बढ़ गये हैं. डॉक्टरों ने मौसमी बीमारियों से बचाव के उपाय बताये हैं.
Rajasthan News: मानसून की बारिश के बाद अब मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है. लोगों की बड़ी तादाद मौसमी बीमारियों की चपेट में आ रही है. भरतपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल आरबीएम में आउटडोर मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गयी है.
हॉस्पिटल में चारों ओर मरीज ही मरीज नजर आ रहे हैं. पर्ची काउंटर पर मरीजों के तीमारदारों की लंबी लंबी कतार लग रही है. मरीज लाइन में लगकर डॉक्टर को दिखाने का इंतजार करते नजर आ रहे हैं.
बरसात के बाद जगह-जगह जलभराव की समस्या पैदा हो गयी है. जलभराव से मच्छरों को पनपने का उपयुक्त वातावरण मिल गया है. आरबीएम अस्पताल में बरसात से पहले आउटडोर मरीजों की संख्या 1200-1300 होती थी. अब 2000 के पार आउटडोर मरीजों की संख्या पहुंच गयी है.
मरीजों की संख्या बढ़ने से डॉक्टरों पर बोझ बढ़ गया है. डॉक्टरों का कहना है कि दिन में गर्मी और रात में ठंडक से शरीर का तापमान बिगड़ रहा है. वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम पाई जा रही है. मौसम में आये बदलाव से वायरल बुखार, जुकाम-खांसी का जोखिम बढ़ जाता है.
मौसमी बीमारियों का बढ़ा प्रकोप
डॉक्टरों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से मौसमी बीमारियों के कारण मरीजों की आउटडोर में बढ़ोतरी हुई है. सर्द-गर्म के चलते शरीर का परिसंचरण तंत्र बिगड़ रहा है. आरबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नागेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया है कि पिछले दिनों के मुकाबले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पिछले दिन अस्पताल में 272 मरीज भर्ती हुए थे. 207 मरीजों की जांच में 5 डेंगू के मामले निकले. राहत की बात है कि कोई भी डेंगू मरीज सीरियस नहीं है.
उन्होंने बताया कि जुकाम, खांसी, वायरल फीवर के मरीज इलाज कराने ज्यादा आ रहे हैं. ओपीडी में मरीजों की रोजाना संख्या दो हजार से ऊपर हो गयी है. सभी डॉक्टरों को मरीजों की देखभाल में लगाया हुआ है. लेब में जांच का सिलसिला जारी है. अस्पताल में मरीजों के लिए निशुल्क दवाएं उपलब्ध हैं. मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गौरव कपूर ने बताया कि जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए पर्याप्त इंतजाम किये गए हैं. बरसात से जगह-जगह जलभराव हो गया है. चिकित्सा विभाग की तरफ से एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है.
बदलते मौसम में ऐसे करें बचाव
पिछले महीने डेंगू के कुल 103 मरीजों का इलाज किया गया. 1 अक्टूबर से 4 अक्टूबर तक मात्र 4 मरीजों में डेंगू का खुलासा हुआ है. कुल मिलाकर डेंगू की स्थिति नियमंत्रण में है. चिकित्सा विभाग डेंगू सहित मौसमी बीमारियों के खिलाफ अलर्ट है. डॉक्टरों ने मौसमी बीमारियों की चपेट में आने से बचाव के उपाय बताये हैं. मौसम में बदलाव को देखते हुए ठंडा पानी, बाहर का खाना खाने से परहेज करें. एसी से उठकर फौरन बाहर नहीं निकलें. बच्चों का बदलते मौसम में विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है. थोड़ी भी परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें.
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