MP Politics: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मज़ाक उड़ाने पर भड़के BJP विधायक रमेश मेंदोला, राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया
Madhya Pradesh Politics: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का मज़ाक उड़ाने पर बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा.
Madhya Pradesh News: संसद में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है और अभी तक सौ से ज्यादा सांसदों का निलंबन भी हो चुका है. ऐसे में सांसदों पर कार्रवाई का विपक्ष ने आज संसद के मुख्य द्वार पर आकर विरोध दर्ज किया. कार्रवाई से आहत सांसदों में से एक सांसद ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनगढ़ की नकल करते हुए उनका मजाक उड़ाया. इस मामले से खुद जगदीप धनगढ़ भी आहत नजर आए. वहीं इंदौर में विधायक रमेश मेंदोला ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए राहुल गांधी को अपने निशाने पर लिया है.
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनगढ़ का मजाक उड़ाने के मामले में इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला ने कांग्रेस और खासतौर पर राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा. रमेश मेंदोला ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, "कांग्रेस ईवीएम पर आरोप लगाती है लेकिन असल गलती कहीं और है."
कांग्रेस पर साधा निशाना
इंदौर विधानसभा दो से विधायक रमेश मेंदोला ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा, "आप राजस्थान के जाट किसान परिवार में जन्मे उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाएंगे, गुरु गोविंद सिंह और महावीर स्वामी की जन्मस्थली बिहार के डीएनए को गाली देंगे, सनातन धर्म को मिटाने की बात कहेंगे, बीजेपी को वोट देने वाले करोड़ों लोगों को राक्षस कहेंगे, सरदार पटेल की जन्मस्थली गुजरात को गाली देंगे, रामजी को काल्पनिक कहेंगे, राम मंदिर रोकने के लिए सिर माथा पटकेंगे, आप रोज भारत को गाली देंगे और फिर कहेंगे कि ईवीएम में गड़बड़ी है. राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह गड़बड़ी कांग्रेस के डीएनए में है, ईवीएम में नहीं."
कौन हैं रमेश मेंदोला?
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में इंदौर-2 क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निवर्तमान विधायक रमेश मेंदोला ने 1,07,047 मतों के विशाल अंतर से जीत दर्ज की और इस सीट पर बीजेपी का 30 साल पुराना कब्जा बरकरार रखा. यह राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर किसी उम्मीदवार की जीत का सबसे बड़ा अंतर है.
इंदौर के विधानसभा चुनाव में इस बार सभी 9 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी विजय हुए हैं लेकिन इंदौर विधानसभा-2 की बात ही अलग है. रमेश मेंदोला ने मध्य प्रदेश के अलावा राजस्थान और छत्तीसगढ़ का रिकॉर्ड भी तोड़ते हुए सबसे ज्यादा वोट हासिल किए हैं. इसी के साथ अब उनके मंत्री पद की दावेदारी भी बेहद मजबूत हो गई है.
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