Bihar News: DMK सांसद के बयान पर भड़के गिरिराज सिंह, CM नीतीश और लालू यादव से पूछा- आपके सहयोगी को यूपी-बिहार वालों से नफरत क्यों?
Dayanidhi Maran Controversial Statement: डीएमके सांसद दयानिधि मारन के बयान को लेकर गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर सवाल खड़े किए.
Giriraj Singh on Dayanidhi Maran Statement on UP-Bihar: I.N.D.I.A गठबंधन लगातार बीजेपी के निशाने पर रहा है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को घेरा है. दरअसल, गिरिराज सिंह की तरफ से अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स एक वीडियो के साथ पोस्ट कर लिखा है कि डीएमके सांसद दयानिधि मारन का कहना है कि यूपी बिहार के हिंदी भाषी लोग तमिलनाडु आते हैं और सड़कें और शौचालय साफ करते हैं.
क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव हिंदी भाषी लोगों पर अपने गठबंधन सहयोगी की राय से सहमत हैं? उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि DMK और इंडिया गठबंधन को हिंदी भाषी बिहारी भाइयों और बहनों से इतनी नफरत क्यों है?
डीएमके सांसद दयानिधि मारन का कहना है कि यूपी/बिहार के हिंदी भाषी लोग तमिलनाडु आते हैं और सड़कें और शौचालय साफ करते हैं।
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) December 23, 2023
क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू यादव हिंदी भाषी लोगों पर अपने गठबंधन सहयोगी की राय से सहमत हैं? उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि DMK और I.N.D.I गठबंधन… pic.twitter.com/yFRCYK7fXi
‘कर्नाटक में हिजाब से प्रतिबंध हटाने पर भी खड़े किए थे सवाल’
आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दो दिन पहले स्कूलों में हिजाब पहनने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का ऐलान किया था. जिसको लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने निशाना साधते हुए कहा था कि हिजाब पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाकर उनका मकसद सिर्फ हिजाब से प्रतिबंध हटाना नहीं है, बल्कि सरिया कानून को स्थापित करना है. गिरिराज सिंह ने कहा था कि कर्नाटक को इस्लामिक स्टेट बनाने की शुरूआत हो चुकी है.
कांग्रेस भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने पर तूली है. गिरिराज सिंह ने कहा कि जहां I.N.D.I.A गठबंधन की सरकार बनेगी वहां इस्लामी कानून और सरिया कानून लागू हो जाएगा. उन्होंने हिजाब पर लगे प्रतिबंध हटाने को सनातन के खात्मे का सुनियोजित तरीका बताया. आपको बता दें कि 22 दिसंबर को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का निर्देश दिया था. उनकी तरफ से कहा गया था कि कपड़े पहनना और खाना सभी का निजी मामला है.
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